कोरोना के ख़िलाफ़ लड़ाई लड़ने वाले नर्स, डॉक्टर और दूसरे स्वास्थ्य कर्मियों के सामने ऐसी दिक्कतें आ रही हैं। हमले क्यों हो रहे हैं, सामाजिक बहिष्कार क्यों हो रहा है?
इंदौर के टाटपट्टी बाखल में कोरोना संदिग्धों की स्क्रीनिंग का काम फिर तेज़ हो गया है। शुक्रवार को उन्हीं डाॅक्टरों ने इस बस्ती में कोरोना के संदिग्धों के सैंपल लिए जिन्हें बुधवार को भीड़ ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा था और पत्थर मारे थे।
मध्य प्रदेश के इंदौर में कोरोना की जाँच करने गए डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया। बिहार के मधुबनी में कोरोना की जाँच करने वाले सरकारी कर्मचारियों पर पत्थर और गोली चलाई गयी। ये साबित करता है, लोग आतंक में जी रहे हैं और इस बीमारी को लेकर जागरूक नहीं हैं। देखिए शैलेश की रिपोर्ट।
इंदौर में डाॅक्टरों और अन्य कर्मियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटने के आरोप में गिरफ्तार किये गये चार अभियुक्तों पर राष्ट्रीय सुरक्षा क़ानून (रासुका) के तहत कार्रवाई की गई है।