दलितों पर अत्याचार की घटनाएं कभी रुकी ही नहीं। लेकिन अब सरकारी रिपोर्ट बता रही है कि भाजपा शासित राज्यों में दलित अत्याचार की घटनाएं सबसे ज्यादा हुई हैं। हालांकि सत्तारूढ़ दल भाजपा बाबा साहब अंबेडकर का नाम भुनाने में आगे रहती है। दूसरी तरफ बहुजन समाज की नेता मायावती का रवैया भाजपा के प्रति नरम रुख वाला रहता है। दलित संगठन भी दलितों पर होने वाले अत्याचार को लेकर पहले जैसे मुखर नहीं हैं।