न्यूज़ीलैंड के क्राइस्टचर्च में दो मसजिदों पर हमलों के बाद कुछ लोगों ने मसजिदों के बाहर फूल रखे, मुसलमानों के प्रति एकजुटता दिखाई तो कुछ दूसरे लोगों ने हमले पर जश्न भी मनाया।
श्वेत-नस्लवादी ब्रेन्टन टैरंट ने आख़िर क्यों 49 निर्दोष लोगों को मौत के घाट उतार दिया, जिन्हें वह जानता तक नहीं था? उसके दिमा में में उस वक़्त क्या चल रहा था?