भारत में अगले साल जनगणना कराने के संकेत मिल रहे हैं। हालांकि यह जनगणना 2021 में होना थी। मोदी सरकार ने अगर तय समय पर इसे करा दिया होता तो कोविड महामारी से भारत में जो तमाम सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक बदलाव हुए हैं, उसके असर का पता चल जाता। हालांकि बाकी देशों ने कोविड के असर का पता लगाना उसी समय शुरू कर दिया था। भारत चूक गया।