घोसी उपचुनाव में बीजेपी की करारी हार का क्या मतलब है? इसे मोदी-योगी की हार माना जाए या अखिलेश यादव की जीत? सात सीटों पर हुए उपचुनाव में एनडीए ने बेहतर प्रदर्शन किया या फिर इंडिया ने? इंडिया बनने के बाद हुए इन उपचुनाव से क्या राजनीतिक संदेश निकलते हैं? क्या नतीजे इंडिया का आत्मविश्वास बढ़ाने वाले हैं?
उपचुनाव के नतीजों से सत्ता पक्ष या विपक्ष की स्थिति के बारे में कुछ अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है। लेकिन इन उपचुनावों को बदले हुए हालात में विपक्षी इंडिया और बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए के बीच पहली चुनावी लड़ाई के रूप में देखा जा रहा है।
कर्नाटक के विधानसभा चुनाव के अलावा जालंधर की लोकसभा सीट और झारसुगुड़ा (ओडिशा), स्वार (उत्तर प्रदेश), छनबे (उत्तर प्रदेश) और सोहियोंग (मेघालय) समेत चार विधानसभा सीटों के उपचुनाव के नतीजे आए।
इन छह राज्यों में महाराष्ट्र की दो सीटों चिंचवाड और कस्बा पेठ, तमिलनाड़ु की इरोड, प.बंगाल की सागरदीघी, झारखंड की रामगढ़ और अरुणांचल प्रदेश की लुमला सीटों के नतीजे आए