भोपाल में हाल ही में करणी सेना ने आरक्षण विरोधी शक्ति प्रदर्शन किया था। अब उसके जवाब में उसी भोपाल में भीम आर्मी ने आरक्षण के समर्थन में आज रविवार को जोरदार शक्ति प्रदर्शन किया। इस मौके पर भीम आर्मी के राष्ट्रीय प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि दलित, आदिवासी और पिछड़े भी अब चुनाव मैदान में उतरेंगे।
चंद्रशेखर आजाद दलित समाज के मुद्दों को उठाते रहे हैं। वह सीएए के खिलाफ हुए आंदोलनों में भी सक्रिय रहे थे। उनके मैदान में उतरने से सपा को क्या नुकसान होगा?
भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आज़ाद ने राजनीति में क़दम रख रख दिया है और अपनी नई पार्टी का एलान कर दिया है। चंद्रशेखर ने उनकी राजनीतिक विरासत पर अपना दावा ठोक दिया है। क्या वह मायावती का विकल्प बन पाएँगे?