असम सरकार ने गुरूवार को अपनी उस एडवाइजरी को वापस ले लिया है, जिसमें उसने अपने राज्य के लोगों से कहा था कि वे मिज़ोरम न जाएं क्योंकि वहां उनकी जान को ख़तरा है।
सीमा विवाद के कई कारण हो सकते हैं। लेकिन अभी जो हो रहा है, वह नया और चिंताजनक है। असम के मुख्यमंत्री ने तय कर लिया है कि वे राज्य में किसी न किसी प्रकार तनाव का निर्माण करेंगे और जो तनाव पहले से हैं, उन्हें बढ़ाएंगे।
असम स्थित कछार ज़िले के उपायुक्त कीर्ति जल्ली ने मिज़ोरम सरकार पर आरोप लगाया है कि वह आम नागरिकों के बीच हथियार बाँट रही है और इसमें कुछ पूर्व चरमपंथी भी हैं।
असम सरकार ने एक एडवायज़री जारी कर असम के लोगों से कहा है कि वे मिज़ोरम न जाएं क्योंकि उनकी जान को ख़तरा है और इसे किसी भी रूप में स्वीकार नहीं किया जा सकता है।
असम-मिज़ोरम सीमा पर दोनों राज्यों के बीच हुई झड़प और उसमें असम पुलिस के छह लोगों के मारे जाने के बाद अब शांति लौट रही है। मिज़ोरम के मुख्य सचिव ने बुधवार को एलान किया कि वे अपनी पुलिस को विवादित क्षेत्र से लौट आने का आदेश दे चुके हैं।
छह पुलिस कर्मियों की मौत और मिज़ोरम के साथ बढ़ते तनाव के बीच असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सर्मा ने मिज़ोरम पुलिस पर 'भड़काने वाली कार्रवाई' करने का आरोप लगाया है।