अन्ना हज़ारे के आंदोलन में लोकपाल क़ानून जिस तरह बना उससे सरकार को बिना चर्चा क़ानून बनाने के रास्ते मिले। बहुमत से क़ानून बन जाता है। विचार-विमर्श की क्या ज़रूरत?
17 अगस्त, 2011 को अन्ना हज़ारे तिहाड़ जेल से निकलने के बाद रामलीला मैदान में आमरण अनशन पर बैठे थे। पूरे देश को झकझोर देने वाले अन्ना आंदोलन का आज हश्र क्या हुआ है?