उत्तराखंड में 24 सितंबर को 19 साल की अंकिता भंडारी का शव मिला था। इस मामले में भाजपा नेताओं के नाम सामने आए थे। अंकिता के मामले को सबसे पहले वहां के पत्रकार आशुतोष नेगी ने उठाया। अंकिता के परिवार ने सीबीआई जांच की मांग को लेकर जब फिर से धरना शुरू किया तो मंगलवार देर रात पुलिस ने पत्रकार नेगी को गिरफ्तार कर लिया। उत्तराखंड में इस मामले पर आक्रोश बढ़ रहा है। लोग प्रदर्शन कर रहे हैं।