जिन हाथों ने अयोध्या में विवादित ढाँचा गिराया, उन पर सभी की नज़र गई। पर जो हाथ उन्हें रोक सकते थे, वे फिर भी ख़ामोश रहे, वे नज़र में आने से रह गए। बीजेपी और उसके सहयोगी संगठनों ने खुलेआम ध्वंस की स्थितियों का निर्माण किया। ध्वंस में भूमिकाएँ निभाईं। मगर कुछ लोग ऐसे भी थे जो इस पूरे घटनाक्रम के अहम हिस्सों का रिमोट थामे नेपथ्य में छिपे हुए थे। वे फ़िलहाल सामने नहीं आना चाहते थे मगर सही वक़्त देखकर ध्वंस के मिशन में अपने योगदान के प्रचार से चूकना भी नहीं चाहते थे। वे अतीत में भी ऐसा कर चुके थे। वे वर्तमान में भी यही करना चाहते थे।
मंदिर तो कांग्रेस बना रही थी, संघ ले उड़ा
- राजनीति
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- 21 Dec, 2018
राजीव गाँधी से लेकर राहुल गाँधी तक कांग्रेस ने कई बार हिंदुत्व को अपनाने की कोशिश की लेकिन उसे इसका नुकसान हुआ। मुसलमान तो नाराज़ हुआ ही, हिंदू भी बीजेपी के पास चला गया।
