उत्तराखंड पुलिस ने पिछले महीने हरिद्वार में 'धर्म संसद' के आयोजक यति नरसिंहानंद के खिलाफ मामला दर्ज किया है। धर्म संसद में इसके नेतृत्व में आयोजित कार्यक्रम में कुछ कथित हिंदू धर्मगुरुओं ने लोगों से मुसलमानों के जनसंहार के लिए हथियार उठाने का आग्रह किया था। 


नरसिंहानंद, जिस पर पहले से ही भड़काऊ भाषणों के साथ हिंसा भड़काने का आरोप लग चुका है, धर्म संसद में बोलने वालों में से एक था। वह चार दिन बाद दर्ज की गई प्राथमिकी (प्रथम सूचना रिपोर्ट) में नामित होने वाला पांचवा व्यक्ति है। इस संबंध देश के तमाम बुद्धिजीवियों और सिविल सोसायटी के एक्टिविस्टों ने सरकार पर दबाव बनाया था। प्राथमिकी में नामित अन्य लोगों में सागर सिंधु महाराज, 'साध्वी अन्नपूर्णा' के रूप में पहचानी गई एक महिला और धर्म दास नाम के एक व्यक्ति के साथ-साथ वसीम रिज़वी उर्फ ​​जितेंद्र त्यागी भी शामिल हैं। इन सभी पांचों पर धार्मिक समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने और पूजा स्थल को अपवित्र करने का आरोप लगाया गया है।