दिल्ली में सेवाओं के नियंत्रण के लिए केंद्र के विधेयक पर यदि जगन मोहन रेड्डी की पार्टी वाईएसआर कांग्रेस समर्थन दे दे तो क्या केजरीवाल की कोशिशें बेकार हो जाएंगी? कम से कम राज्यसभा में आँकड़े तो यही इशारा करते हैं।
दिल्ली अध्यादेश वाले विधेयक पर सरकार की नैया पार लगाएगी वाईएसआरसी?
- राजनीति
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- 27 Jul, 2023
दिल्ली में सेवाओं के नियंत्रण के केंद्र के प्रयास को रोकने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने देश भर में विपक्षी नेताओं को एकजुट किया है। लेकिन क्या इसमें वह सफल होंगे?

राज्यसभा में फिलहाल 238 सदस्य हैं। यानी बहुमत का आंकड़ा 120 है। भाजपा और सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी एनडीए में सहयोगी दलों के पास 105 सदस्य हैं। सत्तारूढ़ दल को पांच नामांकित और दो निर्दलीय सांसदों के समर्थन का भी भरोसा है। इस तरह सरकार के पक्ष में 112 वोट हैं, जो नए बहुमत के आंकड़े से आठ कम है। क़रीब 105 सदस्य दिल्ली अध्यादेश के ख़िलाफ़ हैं। इस बीच जगन मोहन रेड्डी की पार्टी वाईएसआरसी ने भी समर्थन देने की बात कही है। वाईएसआर कांग्रेस के राज्यसभा में नौ सदस्य हैं।