प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा में चूक आखिर कितनी बड़ी मानी जाए? हजारों सुरक्षाकर्मियों की तैनाती के बावजूद मामले को इतना तूल क्यों दिया जा रहा है? तमाम आरोपों के बीच आइए जायजा लेते हैं कि आखिर हकीकत क्या है? इस पर राजनीति करने से ज्यादा सवाल उठने चाहिए कि आखिर जिम्मेदारी किसकी थी। पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने खेद जताने के बाद तथ्य भी बताए लेकिन अब पीएम के प्रोग्राम की छानबीन करके इस पर बात होना चाहिए।