पूर्वी उत्तर प्रदेश की 61 सीटों पर कल मतदान है, लेकिन सभी की नजरें अयोध्या पर हैं। यहां तक बीजेपी की नजर भी अयोध्या पर है। अयोध्या बीजेपी के लिए हिन्दुत्व का प्रतीक है, अयोध्या बीजेपी के लिए उसकी सत्ता की सीढ़ी रही है। इसलिए अयोध्या उसके लिए विशेष है। लेकिन बीजेपी के लिए इस बार स्थितियां विपरीत हैं।



दो घटनाओं ने अयोध्या में बीजेपी के लिए हालात बदल दिए। पहला था जमीन घोटाला और दूसरा था मुख्यमंत्री योगी का यहां से चुनाव न लड़ना। अयोध्या में राम मंदिर के लिए ली गई जमीन का घोटाला ऐन चुनाव से पहले सामने आया। जिसमें राम मंदिर ट्रस्ट के कर्ताधर्ता चंपत राय से लेकर मुख्यमंत्री योगी के तमाम चहेते अधिकारियों के रिश्तेदारों के नाम सामने आए।