बीजेपी को नेहरू-गांधी परिवार से तिहरी चुनौती मिलने लगी है। एक तरफ कांग्रेस में राहुल गांधी जिनके अध्यक्ष बनने की इबारत लिखी जाने लगी है और प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश में दिन ब दिन अपनी सक्रियता बढ़ाती जा रही हैं, दोनों ही लगातार बीजेपी पर हमलावर हैं। वहीं इंदिरा गांधी परिवार के तीसरे वारिस वरुण गांधी ने भी बहुत ही सुनियोजित तरीके से अपनी पार्टी की ही केंद्र और राज्य सरकार के ख़िलाफ़ अघोषित मोर्चा खोल दिया है।
क्या वरुण गांधी कांग्रेस में शामिल होंगे?
- राजनीति
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- 30 Oct, 2021

प्रियंका जिनके कंधों पर उत्तर प्रदेश की बड़ी जिम्मेदारी है, वह वरुण को कांग्रेस में लाने का काम विधानसभा चुनाव से पहले करना चाहती हैं, ताकि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस बीजेपी को कड़ी चुनौती देकर सपा के मुकाबले खुद को एक विकल्प के रूप में पेश कर सके।
ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर एक बेहद शोधपूर्ण किताब लिखने वाले वरुण गांधी अब खेती-किसानी के मुद्दे पर केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार पर लगातार निशाना साध रहे हैं।
पिछले लंबे समय से गांधी परिवार के इन वारिसों को एकजुट करने का सपना संजोने वाले कुछ सूत्रधारों की कोशिश फिर तेज हो गई है कि देर-सबेर इन्हें एक साथ लाया जाए। इस सिलसिले में राहुल और प्रियंका से वरुण को साथ लेकर बीजेपी से मोर्चा लेने की बात कुछ ऐसे लोग कर रहे हैं जिनका राजनीति से सीधे कोई लेना-देना नहीं है।