राहुल गांधी दोबारा कांग्रेस अध्यक्ष हो सकते हैं। जनवरी के आख़िर या फ़रवरी की शुरुआत में वह औपचारिक रूप से कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभाल सकते हैं। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ पार्टी के पदाधिकारियों और वरिष्ठ नेताओं की अहम बैठक के बाद इस आशय के पुख़्ता संकेत मिले हैं। क़रीब पाँच घंटे चली इस बैठक के बाद कांग्रेस के कई नेताओं ने दावा किया कि राहुल गांधी किंतु-परंतु और अगर-मगर के साथ दोबारा अध्यक्ष पद संभालने को राज़ी हो गए हैं।
राहुल किंतु परंतु के साथ कांग्रेस अध्यक्ष बनने को राज़ी!
- राजनीति
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- 20 Dec, 2020

राहुल का दोबारा अध्यक्ष बनना वैसे तो महज औपचारिकता भर होगी। अभी भी राहुल ही पार्टी में सभी महत्वपूर्ण फ़ैसले कर रहे हैं। सोनिया गांधी की सहमति और संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की मुहर तो बस बहाना है। कुछ महीने पहले हुए फेरबदल में जिस तरह राहुल के भरोसेमंद लोगों को ख़ास ज़िम्मेदारी सौंपी गई उसे देखते हुए लगा था कि यह फ़ैसला राहुल गांधी का ही है।
बैठक में शामिल एक वरिष्ठ नेता ने दावा किया कि बैठक में अध्यक्ष पद के चुनाव का ज़िक्र होने पर सभी नेताओं ने एक सुर में राहुल गांधी से दोबारा अध्यक्ष पद संभालने की गुज़ारिश की। सभी नेताओं ने उनके नेतृत्व में विश्वास जताया। इस पर राहुल गांधी ने सीधे तौर पर न तो नेताओं की माँग स्वीकार करके अध्यक्ष पद संभालने का भरोसा दिया और न ही इस माँग को सिरे से ख़ारिज किया। लेकिन उन्होंने यह कह कर अपनी ज़िद छोड़ने का संकेत ज़रूर दिया कि पार्टी उन्हें जो भी ज़िम्मेदारी देगी वो उसे निभाएँगे।