शायद शिव सेना को यह बात समझ आ गयी है कि कांग्रेस के समर्थन के बिना बीजेपी को सत्ता से हटा पाना या हटाने की कोशिश करना संभव नहीं है। इसीलिए, शायद उसने अपने मुखपत्र 'सामना' के ताज़ा संपादकीय में लिखा है कि विपक्ष को एकजुट करने के शरद पवार के प्रयास में राहुल गांधी जैसे कांग्रेस के प्रमुख नेता को शामिल होना चाहिए।
विपक्ष को एकजुट करने में पवार के साथ आएं राहुल गांधी: शिव सेना
- राजनीति
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- 24 Jun, 2021
शायद शिव सेना को यह बात समझ आ गयी है कि कांग्रेस के समर्थन के बिना बीजेपी को सत्ता से हटा पाना या हटाने की कोशिश करना संभव नहीं है।

एनसीपी मुखिया शरद पवार बीते कुछ दिनों से काफी सक्रिय हैं। एक पखवाड़े के भीतर वह तीन बार चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर से मुलाक़त कर चुके हैं और कुछ दिन पहले उन्होंने अपने दिल्ली आवास पर सभी विपक्षी दलों के नेताओं को बुलाया।
राजनीतिक समझदारी दिखाते हुए कहा गया कि पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा के संगठन राष्ट्र मंच की ओर से यह बैठक रखी गयी है लेकिन शरद पवार के घर पर इस बैठक के होने से यह चर्चा होनी लाजिमी थी कि यह विपक्षी दलों को एक मंच पर लाने की कवायद है। मतलब कि कुछ थर्ड फ्रंट जैसा।