कांग्रेस के शीर्ष नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को वरिष्ठ पदाधिकारियों से कहा कि हरियाणा के नेता अपने हितों को पार्टी के हितों से ऊपर रखते हैं। सूत्रों ने कहा, पार्टी ने राज्य में हार की जांच के लिए एक तथ्य-खोज समिति गठित करने का फैसला किया है। हालांकि पार्टी के कोषाध्यक्ष अजय माकन ने इन दोनों बातों का जिक्र बैठक के बाद मीडिया ब्रीफिंग में नहीं किया है।
आज कांग्रेस अध्यक्ष श्री @kharge, नेता विपक्ष श्री @RahulGandhi, संगठन महासचिव श्री @kcvenugopalmp, ऑब्जर्वर्स श्री @ashokgehlot51 और मैंने, श्री @BabariaDeepak और कांग्रेस सचिवों ने हरियाणा चुनाव की समीक्षा की।
— Congress (@INCIndia) October 10, 2024
सभी जानते हैं कि हरियाणा चुनाव के नतीजे अप्रत्याशित थे। चुनाव के… pic.twitter.com/sbIF0I989o
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सूत्रों ने कहा कि राहुल ने उनसे कहा कि उनके पास कहने के लिए ज्यादा कुछ नहीं है, सिवाय इसके कि पार्टी के हितों को दूसरे स्थान पर रखा गया जबकि नेताओं के हितों को शीर्ष पर रखा गया। इस वजह से 2014 के बाद से राज्य में विधानसभा चुनावों में पार्टी को तीसरी बार हार का सामना करना पड़ा। बैठक के बाद एक असामान्य कदम उठाते हुए राहुल कांग्रेस मुख्यालय भी आये जहां उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात की।
सूत्रों ने कहा कि उम्मीदवार चयन प्रक्रिया के दौरान, कुमारी शैलजा, रणदीप सुरजेवाला और अजय यादव, जो भूपिंदर हुड्डा के विरोधियों के रूप में जाने जाते हैं, से शिकायतें मिलने के बाद राहुल ने केंद्रीय चुनाव समिति में चर्चा को शुरू में समाप्त करने के बाद इसे फिर से शुरू करने की पहल की थी।
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