दिल्ली में आज लोकतंत्र का शोर गूंजता रहा। संसद से लेकर सड़क तक। नये संसद में प्रधानमंत्री लोकतंत्र पर भाषण दे रहे थे तो सड़कों पर महिला पहलवान अपनी आवाज़ उठाने के लिए संघर्ष कर रही थीं। उनके साथ बर्ताव को लेकर लोकतंत्र पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी लोग तीखी टिप्पणियाँ कर रहे हैं। विपक्षी दलों के नेताओं ने गोल्ड मेडल लाने वाली बेटियों के हिरासत में लिए जाने को शर्मनाक क़रार दिया।