लोकसभा चुनावों की तैयारी ज़ोरों पर है। भाजपा और कांग्रेस अपने गठबंधनों को समेट रही है। दोनों के अपने दावे और प्रतिदावे हैं। दो तरह के नैरेटिव बनाने की कोशिश है। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी का विकसित भारत और मोदी की गारंटी का नारा तो दूसरी तरफ कांग्रेस का पांच न्याय ।विकसित भारत के साथ ही 22 जनवरी को अयोध्या मेंसंपन्न हुए राम मंदिर में श्री राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा का भव्य और दिव्य आयोजन से देश में जो राममय माहौल बना भाजपा को उससे भी अपना चुनावी बेड़ा पार होने की उम्मीद है।हाल ही में हुए राज्यसभा चुनावों में उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश में सपा व कांग्रेस में हुई क्रास वोटिंग से भाजपा ने जिस तरह अपने अतिरिक्त उम्मीदवारों को जिताया है वह उसकी आक्रामक और जीत के लिए कुछ भी कर गुजरने की रणनीति की ही एक बानगी है।
मोदी के सामने क्या टिक पायेगा इंडिया गठबंधन?
- राजनीति
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- 29 Mar, 2025

लोकसभा चुनाव 2024 में अब ज्यादा दिन नहीं बचे हैं। सभी राजनीतिक दल पहले से ही चुनावी मोड में हैं। लेकिन भाजपा की तैयारी कांग्रेस के मुकाबले ज्यादा बेहतर नजर आ रही है। भाजपा के चुनावी नायक पहले की तरह मोदी ही हैं। यानी भाजपा का पूरा दांव ब्रैंड मोदी पर ही है। लेकिन यह चुनाव भाजपा के लिए जितना आसान लग रहा है, उतना आसान भी नहीं है। तमाम बारीकियों को राजनीतिक विश्लेषक विनोद अग्निहोत्री से समझिएः