देश का राजनीतिक परिदृश्य तेजी से बदल रहा है। विपक्षी दलों ने अपनी पहली एकजुटता बैठक पटना में की थी। तब तक भाजपा एनडीए को फिर से खड़ा करने के बारे में नहीं सोच रही थी और विपक्ष की एकजुटता और उनमें शामिल पार्टियों पर कटाक्ष कर रही थी। इस दौरान महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना के टूटने के बाद एनसीपी भी टूट गई। केंद्रीय गृह मंत्री ने अपनी दो रैलियों में आगामी लोकसभा चुनाव को पीएम मोदी बनाम राहुल गांधी बताया। लेकिन विपक्ष इन सब घटनाक्रमों से प्रभावित हुए बिना अपनी रणनीति में लगा रहा। इसमें कांग्रेस मुख्य भूमिका में है। उसने आम आदमी पार्टी तक से दूरियां मिटाने की कोशिश की। बेंगलुरु बैठक में शामिल होने वाली पार्टियों की तादाद अब 24 से 26 हो गई है।
विपक्षी एकजुटता: अखिलेश, ममता, सोनिया, राहुल बेंगलुरु पहुंचे, गहमागहमी बढ़ी
- राजनीति
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- 17 Jul, 2023
बेंगलुरु में विपक्षी दलों की बैठक वैसे तो कल यानी 18 जुलाई को है। लेकिन तमाम विपक्षी नेता आज 17 जुलाई से ही बेंगलुरु पहुंचने लगे हैं। इसकी खास वजह ये है कि आज रात को कर्नाटक के सीएम सिद्धरमैया ने विपक्षी नेताओं को डिनर पर बुलाया है। इसलिए अधिकांश नेता आज पहुंच रहे हैं। हालांकि इस दौरान तमाम अनौपचारिक बैठकों और मुलाकात से इनकार नहीं किया जा सकता है। जानिए बेंगलुरु में क्या हो रहा है।
