नए संसद भवन का उद्घाटन 28 मई को पीएम मोदी करने वाले हैं। 19 दलों ने बुधवार को एक संयुक्त बयान जारी कर उद्घाटन समारोह के बहिष्कार की घोषणा की है। लेकिन विपक्षी खेमे से अभी भी कुछ पार्टियां गायब हैं। ऐसे में इस विपक्षी एकता के पहले कदम को कितना मजबूत माना जाए। आज जब 19 दलों का संयुक्त बयान आया तो इसे बड़ी कामयाबी माना गया लेकिन इस महत्वपूर्ण कदम के बावजूद कुछ पार्टियों की स्थिति साफ नहीं है। ऐसा लगता है कि विपक्ष के दो खेमे निकट भविष्य में सामने आ सकते हैं। लेकिन उस स्थिति में विपक्ष को एकजुट कैसे कहा जाएगा।