कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) ने अपनी बैठक में आम राय से प्रस्ताव पारित किया है कि केंद्र की सत्ता में आने पर वो देशव्यापी जाति जनगणना कराएगी। राहुल ने कहा कि हम भाजपा और केंद्र सरकार से मांग करते हैं कि या तो वो देशव्यापी जाति जनगणना कराए या फिर सत्ता छोड़ दे। राहुल ने कहा कि पीएम मोदी में क्षमता नहीं है कि वो जाति जनगणना करा सकें। राहुल ने कहा कि कांग्रेस के चार मुख्यमंत्रियों में से तीन ओबीसी हैं, जबकि भाजपा के 10 मुख्यमंत्रियों में सिर्फ एक ओबीसी हैं, वो भी जल्द ही भूतपूर्व हो जाएंगे।
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जाति जनगणना किसी भी कीमत पर होगी। ये काम कांग्रेस करके दिखाएगी।
- राहुल गांधी, कांग्रेस सांसद 9 अक्टूबर 2023 सोर्सः प्रेस कॉन्फ्रेंस
राहुल ने कहा कि चार घंटे तक सीडब्ल्यूसी की बैठक में इस पर विचार हुआ और आम राय से यह प्रस्ताव पारित किया गया। इसके विरोध में किसी ने कुछ नहीं कहा। हमारे चारों राज्यों के सीएम (राजस्थान, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक) सीडब्ल्यूसी बैठक में मौजूद थे। उन्होंने भी कहा कि वे अपने राज्यों में जाति जनगणना कराएंगे या जो डेटा इस संबंध में है, उसे सार्वजनिक करेंगे।
राहुल ने कहा- "हम भारतीय जनता पार्टी पर जाति जनगणना कराने के लिए दबाव डालेंगे क्योंकि देश को इसकी जरूरत है। जहां तक I.N.D.I.A गठबंधन का सवाल है, मुझे लगता है कि ज्यादातर पार्टियां इसका समर्थन करेंगी। हो सकता है कि एक-दो पार्टियां हों जो ऐसा न करें। यह पूछे जाने पर क्या कांग्रेस के इस फैसले से उसे बाकी अगड़ी जातियां दूर नहीं चली जाएंगी, राहुल ने कहा कि बात सामाजिक न्याय की है। कांग्रेस की नहीं। जिन लोगों को सरकार की योजनाओं का लाभ मिलना चाहिए, वो पीछे क्यों रहें। क्यों सारी संपदा उन लोगों के हाथों में हो, जिनकी हिस्सेदारी ज्यादा नहीं है। राहुल गांधी ने इसे और साफ करते हुए कहा-
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यह जाति या धर्म के बारे में नहीं है, यह गरीबी के बारे में है। जाति जनगणना गरीबों के लिए है। आज, हमारे पास दो भारत हैं। हम जाति जनगणना पर ही नहीं रुकेंगे। उसके बाद एक आर्थिक सर्वेक्षण भी होगा।
-राहुल गांधी, ,कांग्रेस 9 अक्टूबर 2023 सोर्सः प्रेस कॉन्फ्रेंस
जाति जनगणना पर पीएम मोदी के बयान पर राहुल गांधी ने कहा- "पीएम मोदी का मकसद ध्यान भटकाना है और आने वाले समय में भी वो कई तरह की बातें कहकर भटकाव लाते रहेंगे। जाति जनगणना कोई राजनीतिक फैसला नहीं है बल्कि न्याय पर आधारित फैसला है। जैसे, मैंने कोविड-19, चीन के बारे में कहा था, मैं फिर कह रहा हूं कि देश में जाति जनगणना कराई जाएगी और कांग्रेस इसे कराएगी।''
पूर्व कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी ने कहा कि देश में जाति जनगणना के जरिए इस 'एक्स-रे' की आवश्यकता है। जब तक आपके पास डेटा नहीं होगा, आप किसी वर्ग को कितना लाभ पहुंचा सकेंगे। इसे समझने में हमसे भी गलतियां हुई हैं। लेकिन अब हम इसके पूरे समर्थन में हैं। कांग्रेस का हर नेता जाति जनगणना चाहता है।
सीडब्ल्यूसी की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पार्टी कार्यकर्ताओं से समन्वय, अनुशासन और एकता के साथ काम करने और पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव जीतने के लिए पूरी ताकत लगाने को कहा। खड़गे बैठक में कहा कि अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को उनकी जनसंख्या के अनुसार सामाजिक न्याय और अधिकार सुनिश्चित करने के लिए देशव्यापी जाति जनगणना कराने की जरूरत है। लेकिन भाजपा चुप है। कांग्रेस जब सत्ता में आएगी तो जाति जनगणना कराएगी। खड़गे ने कहा कि कल्याणकारी योजनाओं में उचित हिस्सेदारी के लिए, समाज के कमजोर वर्गों की स्थिति पर सामाजिक-आर्थिक डेटा होना और उनके लिए सामाजिक न्याय सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है।
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