फिल्म एक्ट्रेस रही हेमा मालिनी को इस बार जाट बहू का सहारा नहीं मिला। इस बार वो कह रही हैं कि मैं तो एक गोपिका की तरह हूं। हेमा मालिनी तीसरी बार भाजपा टिकट पर वोट मांग रही हैं। 2014 में पहला चुनाव उन्होंने ड्रीम गर्ल छवि के कारण जीता तो दूसरे चुनाव 2019 में वो यहां जाट बहू बन गईं क्योंकि मथुरा में जाट मतदाता भारी तादाद में हैं। लेकिन वो इस बार खुद को कृष्ण की गोपी बता रही हैं। मथुरा और आसपास का इलाका बृज क्षेत्र कहलाता है, जहां कृष्ण से जुड़ी कहानियां चप्पे-चप्पे पर बिखरी हुई हैं।
मथुराः हेमा मालिनी को क्या जाट वोट इस बार मिलेंगे, उनकी गैरमौजूदगी है मुद्दा
- राजनीति
- |
- 29 Mar, 2025
मथुरा में मुकाबला दिलचस्प है। भाजपा की हेमा मालिनी जहां स्टार पावर के साथ चुनाव मैदान में हैं, उन्हें चुनाव जीतने के लिए तरह-तरह के करतब इस बार करने पड़ रहे हैं। दूसरी तरफ कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश धनगर हैं जो ग्रामीण पृष्ठभूमि से आते हैं, ने मथुरा के मंदिरों की खाक छानने की बजाय गांवों का रुख कर रखा है। हेमा मालिनी मथुरा से तीसरी बार खड़ी हुई हैं। इस बार का मथुरा में यह मुद्दा है कि सांसद कितना समय मथुरा को देती हैं। सारा दारोमदार जाट मतदाताओं पर है। जानिए इस सेलिब्रिटी मुकाबले कोः
