पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विपक्ष के नेताओं को पत्र लिखा है। पत्र में ममता ने कहा है कि केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा है। उन्होंने आगे की रणनीति तय करने के लिए विपक्षी नेताओं की बैठक बुलाने का आह्वान किया है। ममता ने यह पत्र विपक्ष शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और बीजेपी विरोधी दलों के नेताओं को लिखा है और कहा है कि अब सभी को एकजुट हो जाना चाहिए।
ममता बनर्जी ने लिखा है कि लोकतंत्र पर बीजेपी के द्वारा सीधा हमला किया जा रहा है और वह इसे लेकर काफी चिंतित हैं। केंद्रीय एजेंसियों जैसे- सीबीआई, केंद्रीय सतर्कता आयोग यानी सीवीसी, ईडी और इनकम टैक्स का इस्तेमाल राजनीतिक विरोधियों को निशाना बनाने के लिए किया जा रहा है।
बीरभूम में हुई हिंसा की सीबीआई जांच के मामले में ममता ने केंद्र सरकार पर हमला बोला था। ममता बनर्जी के सांसद भतीजे अभिषेक बनर्जी और टीएमसी के कई अन्य नेताओं के खिलाफ भी केंद्रीय एजेंसियां कार्रवाई कर रही हैं।
ममता बनर्जी मोदी सरकार पर केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाती रही हैं।
ममता ने पत्र में कहा है कि विपक्षी दल होने के नाते यह हमारी संवैधानिक जिम्मेदारी है कि हम सरकार को उसके कामों के लिए जवाबदेह बनाएं। उन्होंने कहा है कि हमें असहमति की आवाजों को दबाने का विरोध करना होगा।
ममता ने अपील की है कि सब एक साथ आएं और एक बैठक कर आगे की रणनीति के बारे में विचार करें। बंगाल विधानसभा के चुनाव में बीजेपी को करारी शिकस्त दे चुकीं ममता ने कहा कि यह वक्त की जरूरत है कि सभी प्रगतिशील ताकतें साथ आएं और दमनकारी ताकतों के खिलाफ लड़ें।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि हाल ही में संसद के शीत सत्र में बीजेपी ने दिल्ली स्पेशल पुलिस संशोधन विधेयक 2021 और सीवीसी संशोधन विधेयक 2021 को पास कर दिया। उन्होंने कहा कि ये कानून केंद्र सरकार को ईडी और सीबीआई के निदेशकों का कार्यकाल 5 साल तक बढ़ाने की ताकत देते हैं और यह सुप्रीम कोर्ट के पहले दिए गए फैसलों के खिलाफ है।
बीजेपी के खिलाफ विपक्षी दलों का फ्रंट बनाने की कोशिश में जुटीं ममता ने कहा कि हम सभी को बीजेपी के द्वारा केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग और विपक्षी नेताओं की आवाज को दबाने का विरोध करना चाहिए। ममता ने लिखा है कि बीजेपी न्यायपालिका के एक वर्ग को प्रभावित करने की कोशिश करके इस देश के संघीय ढांचे पर हमला कर रही है।
क्या विपक्षी दल एकजुट होंगे?
ममता बनर्जी ने विपक्षी नेताओं से एकजुट होने की अपील तो की है लेकिन देखना होगा कि क्या उनकी इस अपील पर विपक्षी नेता एकजुट होंगे। ममता बनर्जी खुद यूपीए से इतर विपक्षी दलों का एक मोर्चा बनाने की कोशिश में जुटी हैं और यूपीए क्या है जैसा बयान भी दे चुकी हैं। ऐसे में उनकी इस अपील पर यूपीए की अगुवाई कर रही कांग्रेस या यूपीए में शामिल तमाम अन्य दल साथ आएंगे या नहीं, यह भी आने वाले दिनों में देखना दिलचस्प होगा।
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