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लोकतंत्र के मंदिर में नहीं बोलते, राजस्थान में भाषण दे रहे मोदी: खड़गे

राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने गुरुवार को कहा कि प्रधानमंत्री संसद में मणिपुर मुद्दे पर बोलना नहीं चाहते, लेकिन राजस्थान में एक कॉलेज के कार्यक्रम में राजनीतिक भाषण दे सकते हैं।

विरोध जताने के लिए काले कपड़े पहने हुए खड़गे ने कहा कि मणिपुर के जीवन को काले अंधकार में डुबो कर, तानाशाही रवैया अपनाकर, मुद्दे से ध्यान भटकाकर भाजपा अपनी जवाबदेही से भाग नहीं सकती। उन्होंने कहा कि संसद में नहीं बोलकर और घूम घूम कर भाषण देना, ये लोकतंत्र को कलंकित कर रहा है।

मणिपुर में हुई हिंसा पर संसद में बोलने के लिए पीएम को मजबूर करने के लिए कांग्रेस द्वारा मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने के एक दिन बाद दोनों सदनों में गुरुवार को भी नारेबाजी हुई। उन्होंने सत्र के दौरान काले कपड़े पहनकर अपना विरोध दर्ज कराया और मणिपुर मुद्दे और अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की मांग की। हंगामे के बीच दोनों सदनों को स्थगित कर दिया गया।

विपक्षी नेताओं ने संसद के बाहर भी 'प्रधानमंत्री सदन में आओ, सदन में आके जवाब दो, मणिपुर पे जवाब दो, जवाब तुमको देना होगा' जैसे नारों के जरिए संसद में मणिपुर पर पीएम से बयान की मांग दोहराई।

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इसी बीच संसद के बाहर मीडिया से बात करते हुए खड़गे ने कहा, 'लोग जाग गए हैं और लड़ते रहेंगे... आप संसद में नहीं बोलना चाहते, जो लोकतंत्र का मंदिर है, लेकिन क्या आप राजस्थान में एक मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन कर सकते हैं और वहां राजनीतिक भाषण दे सकते हैं?'

विपक्ष के गुस्से का शिकार बने पीएम मोदी ने गुरुवार को राजस्थान के सीकर में विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस दौरान पीएम मोदी ने विपक्षी दलों पर हमला बोला। उन्होंने कहा- "INDIA के लेबल से वे अपने पुराने कामों यानी यूपीए के समय के कारनामों को छुपाना चाहते हैं। अगर उन्हें सच में इंडिया की परवाह होती तो क्या वे विदेशियों को भारत में दखल देने के लिए कहते?... उन्होंने एक बार नारा दिया था -'इंदिरा इज इंडिया, इंडिया इज इंदिरा।' उस समय जनता ने उन्हें उखाड़ फेंका था... इन अहंकारी लोगों ने फिर से ऐसा किया है। वे कहते हैं 'यूपीए ही इंडिया है। इंडिया ही यूपीए है।' जनता एक बार फिर उनके साथ वैसा ही व्यवहार करेगी..."।

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उन्होंने कहा कि 'लाल डायरी' कांग्रेस की 'झूठ की दुकान' की ताजा परियोजना है। बता दें कि कुछ दिन पहले राजस्थान के बर्खास्त मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने एक 'लाल डायरी' के संकेत दिए थे जिसमें कथित तौर पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बारे में आपत्तिजनक विवरण थे।

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क़मर वहीद नक़वी
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