तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की नेता महुआ मोइत्रा ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जवाब की कड़ी आलोचना की है। महुआ ने कहा कि हाउडी ट्रम्प कार्यक्रम का आयोजन करने वाली मोदी सरकार ने लोगों से थाली बजाने के लिए कहा, दीये जलवाये और अब कोविड वायरस फैलाने के लिए विपक्ष को दोषी ठहरा रहे हैं। दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल ने भी प्रधानमंत्री पर कोरोना की आड़ में राजनीति करने का आरोप लगाया है।
पीएम मोदी की आलोचना करते हुए महुआ मोइत्रा ने कई ट्वीट भी किए।
महुआ मोइत्रा ने ट्वीट किया, "एक ऐसी सरकार जिसने हाउडी ट्रंप कार्यक्रम आयोजित किया, फिर लोगों से थाली बजाने के लिए कहा, दीये जलाने को कहा, अब कोरोना फैलाने के लिए विपक्ष को जिम्मेदार ठहरा रही है? क्या यह विशेष सामान केवल हिमालय की गुफाओं में उपलब्ध है?"
मोइत्रा ने पीएम मोदी की हंसी पर टिप्पणी करते हुए कहा-
उधर, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने प्रधानमंत्री मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि लोगों की पीड़ा पर राजनीति करना प्रधानमंत्री जी को शोभा नहीं देता। केजरीवाल ने मोदी के संसद में लगाए गए आरोप को झूठा करार दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस ने कोरोना वायरस को फैलने दिया और प्रवासियों को कोविड के प्रतिबंधों को धता बताने के लिए उकसाया।
पीएम मोदी ने संसद में अपने भाषण के दौरान कहा, "इस कोरोना काल में कांग्रेस ने तो हद कर दी। उन्होंने आरोप लगाया कि यह "कांग्रेस का कोविड पाप था।" उन्होंने कहा कि विपक्ष ने कुछ भी सकारात्मक नहीं किया, जैसे कि लोगों को कोविड में सावधानी बरतने के लिए कहा जाना चाहिए था, लेकिन महामारी को खत्म करने में विपक्ष का योगदान महत्वहीन था। मुंबई रेलवे स्टेशन पर कांग्रेस ने मजदूरों को जाने और कोरोना वायरस फैलाने के लिए लोगों को टिकट दिए।हालांकि सरकार ने प्रवासी मजदूरों को ले जाने के लिए सरकार के रेल मंत्रालय ने जो रेल गाड़ियां चलाईं थीं, प्रधानमंत्री उन्हें याद करना भूल गए।
मोदी ने संसद में कहा, दिल्ली में, सरकार ने घर जाने के लिए झुग्गी-झोपड़ियों में जीपों का इंतजाम किया, बसों की व्यवस्था की।
उन्होंने विपक्ष शासित महाराष्ट्र और दिल्ली की ओर इशारा करते हुए आरोप लगाया, ''आप लोगों ने मजदूरों को मुश्किलों में धकेल दिया।'' उन्होंने कहा, 'कांग्रेस ने हद पार कर दी। पहली लहर के दौरान, जब लॉकडाउन था, जब डब्ल्यूएचओ सलाह दे रहा था कि 'आप जहां भी हों, वही रहें' ...
अपनी राय बतायें