नीतीश कुमार जेडीयू के नये अध्यक्ष बन गए हैं। इससे पहले जेडीयू की बैठक में ललन सिंह ने जेडीयू अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा दे दिया। इसके साथ ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नाम का इस पद के लिए प्रस्तावित किया गया और उन्हें इस पद पर चुन लिया गया। नीतीश की पार्टी की कमान संभालने की अटकलें पिछले कई दिनों से लगाई जा रही थीं। इसी बीच राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह का इस्तीफा हुआ।
ललन सिंह ने अपने अध्यक्षीय भाषण में पद छोड़ने का कारण बताया। उन्होंने कहा कि आगामी चुनावों में अधिक ध्यान केंद्रित करने और सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए वह यह पद छोड़ रहे हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार इसके बाद ललन सिंह ने ही पार्टी के शीर्ष पद के लिए नीतीश कुमार को अपने उत्तराधिकारी के रूप में प्रस्तावित किया, जो कुछ ही मिनटों में चुन लिए गए।
कुछ महीने में लोकसभा चुनाव होने को हैं और चुनाव से पहले नीतीश कुमार के जेडीयू में बड़े बदलाव लाए गए हैं। जनता दल (यूनाइटेड) यानी जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में यह फ़ैसला लिया गया। आज ही जदयू की राष्ट्रीय परिषद की बैठक दोपहर 3.30 बजे शुरू होने वाली है। पार्टी में पिछले कुछ दिनों से राजनीतिक उथल-पुथल के कयास लगाए जा रहे थे। जेडीयू ने अपने संगठनात्मक ढांचे के संबंध में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं।
पिछले सप्ताह से चर्चा थी कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भी पार्टी नेतृत्व की कमान संभालने की संभावना है। हाल के दिनों में ख़बरें आ रही थीं कि राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने वाले हैं, लेकिन आखिरी क्षण तक इसको अफवाह बताया जाता रहा।
बता दें कि नीतीश और अन्य नेताओं के स्वागत वाले पोस्टरों से ललन सिंह का नाम और तस्वीर गायब थी। ये पोस्टर पार्टी की दिल्ली इकाई की ओर से लगाए गए थे। शाम चार बजे बैठक शुरू होने के करीब आधे घंटे बाद पार्टी कार्यालय परिसर में नया पोस्टर लगा दिया गया। भले ही पोस्टर में ललन सिंह की तस्वीर थी, लेकिन यह जेडीयू के दिल्ली अध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार की तस्वीर से छोटी थी।
हाल के दिनों में जेडीयू को लेकर लगाए जा रहे कयासों को नीतीश कुमार ने बीजेपी की चाल बताया। नीतीश ने गुरुवार को पत्रकारों से कहा है कि बीजेपी जो नैरेटिव सेट करती है उसे आपको फॉलो करना होता है। उन्होंने कहा, 'आप अपने मैनेजमेंट से बात कर लीजिए। जो नैरेटिव सेट करना हो सेट कर लीजिए। जेडीयू एक है और एक रहेगा। आप चाहे जितनी भी ताक़त लगा लीजिए। यह राष्ट्रीय कार्यकारिणी और परिषद की बैठक है।'
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