कांग्रेस की ओर से कथित रूप से जारी किए गए ‘टूलकिट’ का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। याचिकाकर्ता वकील शशांक शेखर झा ने ‘टूलकिट’ के मामले की जांच कराने की मांग की है। दूसरी ओर, बीजेपी ने ‘टूलकिट’ को लेकर बुधवार को एक बार फिर कांग्रेस पर हमला बोला और दावा किया कि कांग्रेस सांसद के दफ़्तर में काम करने वाली सौम्या वर्मा ने ही इसे बनाया है।
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने ट्वीट कर कहा है कि कांग्रेस ने पूछा था कि इस टूलकिट को बनाने वाला कौन है। पात्रा ने दावा किया है कि सौम्या वर्मा कांग्रेस सांसद एमवी राजीव गौड़ा के दफ़्तर में काम करती हैं। उन्होंने पूछा है कि क्या राहुल और सोनिया गांधी इस बात का जवाब देंगे कि सौम्या वर्मा कौन हैं।
पात्रा ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा था कि कांग्रेस ने अपने कार्यकर्ताओं से कहा है कि वे कोरोना के नए वैरिएंट को 'मोदी स्ट्रेन' या 'इंडिया स्ट्रेन' कह कर प्रचारित करें।
पात्रा ने यह भी कहा था कि कोरोना के दौरान लोगों की मदद करने का कांग्रेस का दावा सिर्फ दिखावा और कुछ पत्रकारों के साथ मिल कर किया गया प्रचार है। जबकि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा था कि कांग्रेस समाज को बांट रही है और वह इस मामले में उस्ताद है।
जबकि कांग्रेस ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए इस ‘टूलकिट’ को 'फ़ेक' क़रार दिया था और कहा है कि उसने ऐसा कोई ‘टूलकिट’ नहीं बनाया है। कांग्रेस ने कहा था कि बीजेपी ने कोरोना कुप्रबंधन से लोगों का ध्यान हटाने के लिए यह नकली ‘टूलकिट’ बनाया है और वह इसे यह कहकर प्रचारित कर रही है कि यह कांग्रेस ने बनाया है।
कांग्रेस ने दर्ज कराई शिकायत
कांग्रेस ने इस मामले में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, संबित पात्रा के ख़िलाफ़ तुगलक रोड थाने में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, बीजेपी महासचिव बीएल संतोष का भी नाम शामिल है।
शिकायत में कहा गया है कि इन लोगों ने आपस में मिलीभगत करके एक एआईसीसी के शोध विभाग के लेटरहैड पर एक फर्जी दस्तावेज़ तैयार कर लिया। पार्टी ने कहा है कि इस दस्तावेज़ से देश में शांति भंग हो सकती है। कांग्रेस ने कहा है कि वह सोशल मीडिया कंपनियों से कहेगी कि वह बीजेपी के पदाधिकारियों को फ़ेक न्यूज़ फैलाने के लिए अपने प्लेटफ़ॉर्म का इस्तेमाल न करने दे।
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