ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस के लगातार 'झटकों' के बाद भी लगता है कि कांग्रेस को इससे कोई दिक्कत नहीं है। ममता बनर्जी ने एक दिन पहले ही सोनिया गांधी के लिए तीखी टिप्पणी की थी। मेघालय में कांग्रेस के 17 विधायकों में से 12 को तृणमूल ने तोड़ कर अपने में मिला लिया है। कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं को तृणमूल अपने दल में शामिल कर चुकी है। लेकिन इसके बाद भी कांग्रेस का बयान आया है कि वह बीजेपी के ख़िलाफ़ तृणमूल कांग्रेस के साथ काम करने के लिए तैयार है। उसने कहा है कि वह विपक्षी एकता चाहती है।