राहुल गांधी द्वारा सावरकर की तीखी आलोचना को लेकर महाराष्ट्र विकास अघाड़ी गठबंधन में तनाव के बीच अब कांग्रेस कुछ नरम पड़ती दिख रही है। एक रिपोर्ट के अनुसार राकांपा प्रमुख शरद पवार ने कांग्रेस नेतृत्व को इस मुद्दे पर शिवसेना की चिंताओं से अवगत कराकर शांतिदूत की भूमिका निभाई है। रिपोर्ट के अनुसार विपक्षी नेताओं ने कहा है कि कांग्रेस सावरकर की आलोचना को कम करने के लिए सहमत हो गई है।
कांग्रेस सावरकर पर बयानबाजी अब कम करने पर सहमत?
- राजनीति
- |
- 28 Mar, 2023
सावरकर को लेकर कांग्रेस लगातार बीजेपी पर हमला करती रही है, लेकिन अब उसके गठबंधन के सहयोगियों की चेतावनी के बाद कांग्रेस क्या करेगी?

कांग्रेस द्वारा सावरकर की आलोचना किए जाने के कारण महाराष्ट्र में उसके सहयोगी दलों एनसीपी और शिवसेना के बीच बेचैनी है। इस बीच पवार ने मामले को सुलझाने का काम किया। ये वही पवार हैं जिन्होंने 2019 में वैचारिक रूप से अलग कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना को एक साथ लाकर महा विकास आघाडी गठबंधन तैयार किया था। सावरकर के मुद्दे पर गठबंधन में 'दरार' की रिपोर्टों के बीच ही पवार ने हस्तक्षेप किया।