भारतीय जनता पार्टी ने शनिवार को आगामी लोकसभा चुनावों के लिए 195 उम्मीदवारों के नामों के साथ अपनी पहली सूची जारी करते हुए 33 मौजूदा सांसदों के स्थान पर नए चेहरों को शामिल किया। इससे कई संकेत मिल रहे हैं। सबसे बड़ा संकेत तो यही है कि सत्तारूढ़ पार्टी को अपने ही पुराने सांसदों की जीत का भरोसा नहीं है। इसलिए उनके टिकट काट दिए गए। भाजपा ने आखिर हिम्मत क्यों नहीं दिखाई, जबकि चुनाव तो पीएम मोदी की छवि पर जीता जाना है तो ऐसे में किसी का टिकट काटने की जरूरत ही नहीं थी। लेकिन सबसे चौंकाने वाले नामों में पूर्व सीएम साहिब सिंह वर्मा के बेटे परवेश वर्मा, भोपाल की सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर और दक्षिणी दिल्ली के सांसद रमेश बिधूड़ी हैं, जिनके नाम पहली सूची में नहीं हैं। ये सभी अपनी विवादित साम्प्रदायिक टिप्पणियों के लिए बदनाम हैं। क्या यह माना जाए कि भाजपा कुछ भूल सुधार करना चाहती है।