कांग्रेस 7 सितंबर से भारत जोड़ो यात्रा शुरू करने वाली है। यह यात्रा देश के 12 राज्यों से होते हुए गुजरेगी और 3570 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। लगातार चुनावी हार से पस्त हो चुकी कांग्रेस को उम्मीद है कि इस यात्रा के जरिए वह 2024 के चुनाव से पहले संगठन में जान फूंकने के साथ ही तमाम मुद्दों पर मोदी सरकार को भी घेरने में सफल होगी।
कांग्रेस ने भारत जोड़ो यात्रा के लिए बड़े पैमाने पर तैयारियां की हैं। इस यात्रा की अगुवाई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी करेंगे जबकि उनके साथ पार्टी के 119 नेता भी यात्रा में शामिल होंगे। इन नेताओं का चयन साक्षात्कार के बाद किया गया है। 119 यात्रियों में 28 महिलाएं भी हैं।
इन 119 यात्रियों के अलावा तमाम सुरक्षाकर्मी, पार्टी की कम्युनिकेशन टीम के सदस्य जिनमें फोटोग्राफर, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म संभालने वाले लोग और साथ ही मेडिकल टीम के लोग भी यात्रा में शामिल होंगे और उन्हें मिलाकर यह संख्या 300 तक हो जाएगी।
कंटेनरों में सोएंगे नेता
कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक 5 महीने में पूरी होने वाली इस यात्रा के दौरान कांग्रेस नेताओं का खाना, रहना, सोना किस तरह होगा, इस बारे में जानने की इच्छा काफी लोगों की है। द हिंदू के मुताबिक, यात्रा के दौरान राहुल गांधी के साथ शामिल पार्टी के नेता ट्रकों पर रखे हुए 60 कंटेनरों में सोएंगे। राहुल गांधी सुरक्षा कारणों से एक अलग कंटेनर में सोएंगे। इनमें से अधिकतर कंटेनरों में 12 लोग सो सकते हैं।
यह सभी कंटेनर यात्रा के दौरान साथ नहीं होंगे बल्कि दिन के अंत में निर्धारित जगह पर यात्रा में शामिल लोगों के पास इन्हें पहुंचा दिया जाएगा।
यात्रा में शामिल होने वाले नेताओं का चयन जम्मू-कश्मीर से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक से किया गया है। अरुणाचल प्रदेश से आने वाले आजम जोम्बला 25 साल के सबसे युवा यात्री हैं। अरुणाचल प्रदेश से ही 25 साल के बेम बाई नाम के शख्स भी यात्रा में शामिल हो रहे हैं। जबकि सबसे बुजुर्ग यात्री विजेंद्र सिंह महलावत राजस्थान के रहने वाले हैं और उनकी उम्र 58 साल है।
ये नेता होंगे शामिल
यात्रा में शामिल होने वालों में कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा, पंजाब के पूर्व मंत्री विजय इंदर सिंगला, कन्हैया कुमार, अमित कुमार टुन्ना, केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी के बेटे चांडी ओमन, प्रतिभा रघुवंशी, सीताराम लांबा, पूर्व युवा कांग्रेस अध्यक्ष केशव चंद यादव, उत्तराखंड महिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्योति रौतेला और एआईसीसी संचार विभाग के सचिव वैभव वालिया शामिल हैं।
22-23 किलोमीटर चलेगी यात्रा
अधिकतर लोग कन्याकुमारी से ही भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हो जाएंगे। क्योंकि यह यात्रा 5 महीने तक चलेगी इसलिए यात्रा में जाने वाले सभी नेताओं को बताया गया है कि कपड़े धोने की सुविधा 3 दिन में एक बार ही मिल पाएगी। यह यात्रा एक दिन में 22-23 किलोमीटर तक चलेगी। यात्रा सुबह 7 बजे शुरू होगी और सुबह 10 बजे तक चलेगी। कुछ घंटे के आराम के बाद यात्रा दिन में 3:30 बजे शुरू होगी और शाम को 7 बजे तक चलेगी।
कन्याकुमारी से शुरू होगी यात्रा
भारत जोड़ो यात्रा तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू होगी और फिर तिरुवनंतपुरम, कोच्चि, नीलांबुर, मैसूर, बेल्लारी, रायचूर, विकाराबाद, नांदेड़, जलगांव, इंदौर, कोटा, दौसा, अलवर, बुलंदशहर, दिल्ली, अंबाला, पठानकोट से होते हुए जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर पहुंचेगी और यहीं पर यात्रा को समाप्त होना है।
यह पदयात्रा 11 सितंबर को केरल पहुंचेगी और अगले 18 दिनों में केरल से होते हुए 30 सितंबर को कर्नाटक पहुंचेगी। कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा है कि इस यात्रा को वेबसाइट bharatjodoyatra.in पर लाइवस्ट्रीम किया जाएगा।
बुधवार को श्रीपेरंबदूर में अपने पिता राजीव गांधी के समाधि स्थल पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के बाद शाम को 3 बजे राहुल गांधी कन्याकुमारी पहुंचेंगे। यात्रा के शुरू होने से पहले राहुल गांधी कन्याकुमारी में विवेकानंद रॉक मैमोरियल, तिरुवल्लुवर स्टैच्यू और कामराज मैमोरियल जाएंगे।
इसके बाद राहुल गांधी महात्मा गांधी मंडपम पर भी जाएंगे जहां तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उन्हें भारत का झंडा सौंपेंगे।
असल में यह यात्रा गुरुवार से शुरू होगी। यात्रा में शामिल कांग्रेस नेता अपना नाश्ता और खाना खुद तैयार करेंगे हालांकि कुछ जगहों पर राज्य कांग्रेस की इकाइयां भी यात्रा में शामिल कांग्रेस नेताओं के लिए लंच का इंतजाम करेंगी।
कांग्रेस नेता उत्साहित
निश्चित रूप से भारत जोड़ो यात्रा को लेकर कांग्रेस के तमाम नेताओं में जबरदस्त उत्साह है। कांग्रेस के संचार विभाग के सचिव वैभव वालिया ने द हिंदू अखबार से कहा कि वह इस यात्रा में शामिल होने के लिए बेहद उत्साहित हैं और लोगों का समर्थन भी उन्हें मिल रहा है। उन्होंने कहा कि यात्रा में शामिल होने के लिए हर दिन बड़ी संख्या में कांग्रेस नेताओं की ओर से आवेदन मिल रहे हैं लेकिन इतनी जगह नहीं है।
2024 का चुनाव
कांग्रेस को उम्मीद है कि 2024 के लोकसभा चुनाव से डेढ़ साल पहले शुरू हो रही इस यात्रा के जरिए वह लोगों के बीच पहुंचने में सफल होगी। लगातार दो लोकसभा चुनाव और कई राज्यों में चुनावी शिकस्त खा चुकी कांग्रेस के लिए यह बेहद जरूरी है कि वह ब्लॉक, शहर और ग्रामीण स्तर तक कांग्रेस कार्यकर्ताओं को फिर से खड़ा कर 2024 के चुनाव में मजबूती से उतरे।
अक्टूबर में कांग्रेस अध्यक्ष का भी चुनाव होना है। पार्टी के वरिष्ठ नेता चाहते हैं कि राहुल गांधी अध्यक्ष की कुर्सी संभालें हालांकि राहुल गांधी इससे इंकार कर चुके हैं।
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