सोनिया गाँधी ने मज़दूरों का ट्रेन किराया कांग्रेस द्वारा देने की घोषणा करके केंद्र सरकार को बेनकाब कर दिया है। उनकी इस घोषणा के बाद राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष तेजस्वी यादव ने भी ऐलान कर दिया है कि बिहार के लोगों को लाने के लिए उनकी पार्टी पचास ट्रेनों का ख़र्च उठाएगी। राजनीतिक नुक़सान देखते हुए नीतीश कुमार भी यात्रा का ख़र्च उठाने के लिए तैयार हो गए हैं।
सोनिया ने सरकार को बेनक़ाब कर दिया?
- विचार
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- 4 May, 2020

सोनिया गाँधी ने मज़दूरों का ट्रेन किराया पार्टी द्वारा देने की घोषणा करके केंद्र सरकार को बेनकाब कर दिया है। सरकार से जवाब देते नहीं बन रहा है और अब वह राज्य सरकारों के सिर पर ठीकरा फोड़ने में लगी हुई है।
ये घोषणाएँ सरकार को शर्मसार करने के लिए काफ़ी होनी चाहिए, मगर सरकार दूसरी मिट्टी से ही बनी है। उससे जवाब देते नहीं बन रहा है और अब वह राज्य सरकारों के सिर पर ठीकरा फोड़ने में लगी हुई है। बेशर्मी देखिए कि बीजेपी पैसे वसूलने की ख़बर को ही झूठ बता रही है जबकि हर जगह मज़दूर टिकटें दिखा रहे हैं।
रेल मंत्रालय ने ट्रेन चलाने की घोषणा करते समय ही जो निर्देश दिए थे उनके मुताबिक़ किराया या तो उस राज्य को देना था जहाँ से मज़दूर जा रहे हैं या फिर उन राज्यों को जहाँ वे जा रहे हैं। उसने ख़ुद को आर्थिक देनदारियों से बाहर कर लिया था और मज़दूरों को राज्यों के भरोसे छोड़ दिया था।