बात 1924 की है। पंडित जवाहरलाल नेहरू के शहर इलाहाबाद में अर्ध कुंभ का मेला लगा था। पूरे देश से श्रद्धालु संगम के तट पर उमड़ रहे थे। लेकिन अंग्रेज सरकार ने कुंभ स्नान पर पाबंदी लगा दी थी। किसी भी आदमी को संगम में डुबकी लगाने की मनाही थी।
अंग्रेजों की पाबंदी के बावजूद पंडित नेहरू ने कुंभ में लगाई थी डुबकी
- विचार
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- 18 Feb, 2025

जानें कैसे अंग्रेज सरकार की पाबंदी के बावजूद पंडित जवाहरलाल नेहरू ने कुंभ मेले में स्नान किया। यह ऐतिहासिक घटना भारतीय स्वतंत्रता संग्राम और आस्था का प्रतीक बनी।
अंग्रेज किसी चीज के लिए मना करें और जवाहरलाल क़ानून का उल्लंघन कर उस काम को ना करें तो फिर काहे के जवाहरलाल।
पंडित मदन मोहन मालवीय और जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में दो ढाई सौ लोगों की टीम संगम के तट पर पहुंच गई। वहां पुलिस का सख्त पहरा था और घुड़सवार पुलिस हाथों में डंडे लिए डुबकी लगाने वालों का सरकारी स्वागत करने के लिए तैयार थी। संगम की रेत पर बैरिकेडिंग कर दी गई थी कि कोई उसे पार कर गंगा जी तक ना पहुंच सके।