भारत में मज़दूरों का माइग्रेशन (प्रवास) कोई नयी प्रक्रिया नहीं है। देश में लाखों की संख्या में कामगार गाँवों और छोटे कस्बों से छोटे-बड़े शहरों की ओर माइग्रेशन/प्रवास करते रहे हैं। ये कामगार रोज़गार और उसकी तलाश में बड़ी संख्या में एक राज्य से दूसरे राज्य में जाते और आते रहते हैं। आँकड़ों पर ग़ौर करें तो 2011 की जनगणना के अनुसार पूरे देश में कुल 43.4 करोड़ लोगों ने विभिन्न गतिविधियों (जैसे रोज़गार/काम, व्यवसाय, शिक्षा, शादी, इत्यादि) के लिए माइग्रेशन किया था। इन सभी तरह के माइग्रेशन में भारत में 10.7 करोड़ लोग ऐसे थे जो रोज़गार/काम करने के सिलसिले में एक स्थान से दूसरे स्थान पर गये थे।