समाचार पोर्टल ‘सत्य हिंदी’ पर एक बहस के दौरान कुछ ऐसी बातें कही गईं जिसको सुनकर हर हिन्दुस्तानी का सिर शर्म से झुक जाना चाहिए था। सिर्फ़ चंद शब्दों में भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता अश्विनी शाही ने इस देश के सबसे बुलंद बुद्धिजीवी पर अपनी अज्ञानता की गन्दगी डालने की कोशिश की। अगर उन शब्दों को अक्षरशः दोहराया जाए तो उन्होंने कहा "जब देश का पहला शिक्षा मंत्री ही अनपढ़ हो सकता है तो देश का गृहमंत्री कुछ भी हो सकता है।"
मौलाना आज़ाद पर कीचड़ उछालने से पहले पढ़-लिख लेते तो अच्छा होता!
- विचार
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- 13 Oct, 2021

लखीमपुर खीरी की घटना में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी का बचाव करते हुए बीजेपी मौलाना आज़ाद के बारे में वाहियात बातें करने लगी है।
इसका सन्दर्भ अनिल मिश्रा और उनके बेटे आशीष मिश्रा की क़ातिलाना हरकतों पर पर्दा डालना था। इसका बहुत ही सटीक जवाब गुरदीप सिंह सप्पल ने बहस के दौरान ही दिया। जिस आत्मविश्वास के साथ अश्विनी शाही ने कहा कि देश का पहला शिक्षा मंत्री अनपढ़ था। उसी आत्मविश्वास से अगर ये बात हज़ारों बार दोहराई जायेगी तो सच एक मज़ाक़ बन कर रह जाएगा।
मौलाना अबुल कलाम आज़ाद को अनपढ़ कहना चाँद पर कीचड़ उछालना है, जो गुरुत्वाकर्षण के नियम के अनुसार उसी चेहरे पर गिर जायेगा जहां से इसकी उत्पत्ति हुई हो।