महाराष्ट्र में 23 साल से राजनीति कर रही एनसीपी अपने सबसे ख़राब दौर से गुजर रही है। भतीजे अजित पवार की बगावत के बाद 83 साल के शरद पवार भी अपनी बची-खुची विरासत को बचाने के लिए दर दर भटक रहे हैं। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल कांग्रेस के नेता पूछ रहे हैं कि क्या कांग्रेस को अब एनसीपी को उसके हाल पर छोड़ देना चाहिये। राजनीतिक रणनीतिकार मानते हैं कि यह सबसे बेहतर मौका है जब एनसीपी की घड़ी को बंद कर देना चाहिये।