माननीय आडवाणी जी,पता चला कि बाबरी मसजिद के ध्वंस के मामले में अदालत से बरी किए जाने से आप बेहद ख़ुश हैं। फ़ैसला आने के बाद आपने जय श्री राम का उद्घोष भी किया। ज़ाहिर है कि इस ऐतिहासिक मोड़ पर आपके अंदर का कारसेवक फिर जाग गया होगा। आप फिर से अट्ठाईस साल पहले अयोध्या के उस परिसर में पहुँच गए होंगे जहाँ पर बाबरी मसजिद मौजूद थी। वे दृश्य आपकी आँखों में तैरने लगे होंगे, जब बीसियों कारसेवक बाबरी मसजिद के गुंबद पर चढ़कर उस पर प्रहार कर रहे थे।