जो लोग फ़लिस्तीनियों के स्वतंत्र राष्ट्र के संघर्ष में दिलचस्पी रखते हैं और उस पर नज़र रखे हुए हैं, उन्हें लग रहा होगा कि जैसे पश्चिम एशिया में एक बार फिर से इतिहास दोहराया जा रहा है। एक बार फिर इज़रायलियों द्वारा फ़लिस्तीनियों से उनकी ज़मीन, उनका हक़ छीनने की कोशिशें हो रही हैं, विरोध करने पर उन पर ज़ुल्म ढाए जा रहे हैं, चरमपंथी संगठन हमास हिंसा से उसका जवाब देने की कोशिश कर रहा है और उसे कुचलने के लिए इज़रायल अपनी सैन्य ताक़त का इस्तेमाल कर रहा है।