भारत में आंदोलनकारी किसान अपने कृषि उत्पादों के लिए एमएसपी की माँग कर रहे हैं। इस माँग पर विचार करने की आवश्यकता है।
न्यूनतम समर्थन मूल्य क्यों किसानों के लिये ज़रूरी है!
- विचार
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- जस्टिस मार्कंडेय काटजू
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- 21 Dec, 2020


जस्टिस मार्कंडेय काटजू
भारत सरकार ने कहा है कि वह एमएसपी को बनाए रखेगी। लेकिन मौखिक या लिखित आश्वासन का मतलब कुछ भी नहीं है, क्योंकि वे बाध्यकारी नहीं हैं। एमएसपी को एक क़ानूनी जामा पहनाना चाहिये, जिसमें एमएसपी से नीचे खरीदने वाले व्यापारियों के लिए दंड का प्रावधान होI
दुनिया के लगभग हर देश में कृषि पर सब्सिडी दी जाती है।
ऐसा क्यों है कि कृषि को सब्सिडी देने की आवश्यकता होती है और सामान्य उद्योगों की तरह इसे बाज़ार के हवाले नहीं छोड़ा जा सकता?
इसका उत्तर यह है कि कृषि अन्य उद्योगों की तरह नहीं है। यह भोजन का उत्पादन करता है, जो हवा और पानी की तरह, अस्तित्व के लिए बिल्कुल अनिवार्य है। एक टीवी सेट, कार या रेफ्रिजरेटर की कमी के बिना, ज़िंदगी असुविधाजनक तो हो सकती है, असंभव नहीं। लेकिन कोई भी भोजन के बिना नहीं जी सकता। स्टील, सीमेंट आदि का उपयोग अन्य उद्योगों द्वारा किया जाता है, लेकिन भोजन का सेवन मानव शरीर द्वारा किया जाता है, और इसके बग़ैर ज़िंदगी निर्वाह करना लगभग नामुमकिन हो जायेगा।
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जस्टिस मार्कंडेय काटजू
जस्टिस मार्कंडेय काटजू भारत के सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश हैं।