हाल ही में संपन्न हुए बिहार विधानसभा के चुनावों के लिए किये गये ओपिनियन और एग्ज़िट पोल औंधे मुँह गिर गये। यह लेख बस आप को ये याद दिलाने के लिए लिख रहा हूँ कि ओपिनियन और एग्जिट पोल पर विश्वास क्यों नहीं करना चाहिए। भारत के बुद्धिजीवियों और चैनलों में कितनी योग्यता है यह भी इस लेख से समझ में आ जाएगा।