कोरोना के बढ़ते प्रकोप ने गुजरात के विकास की पोल खोलकर रख दी है। गुजरात मॉडल का बहुत ढोल पीटा गया था, मगर इस महामारी ने बता दिया है कि दरअसल गुजरात का विकास काग़ज़ों पर हुआ होगा और अगर कुछ हुआ भी है तो उसका फ़ायदा वहाँ के आम लोगों को नहीं मिला।