भगवान बुद्ध, गुरु रविदास और बाबा साहब आंबेडकर के दर्शन में क्या कोई समानता हो सकती है? कुछ लोग सोच सकते हैं यह कैसा प्रश्न है? या यह कैसे हो सकता है? तीनों के जन्म में कितने वर्षों का अंतराल है- जैसे भगवान बुद्ध तथा गुरु रविदास के बीच लगभग 2000 वर्षों का फ़ासला है जबकि गुरु रविदास और बाबा साहब आंबेडकर के मध्य लगभग 500 वर्षों का। तो फिर उनके बीच तुलना कैसे हो सकती है? असल में यह बिल्कुल सही है कि भगवान बुद्ध, गुरु रविदास और बाबा साहब आंबेडकर तीनों ही भिन्न-भिन्न कालखंड में पैदा हुए तथा तीनों ही अलग-अलग समाजों के सदस्य थे। तीनों के ही पास अलग-अलग अधिकार और भिन्न शिक्षा थी और वे तीनों ही भिन्न सामाजिक शक्तियों से लड़ रहे थे। लेकिन भिन्न समाजों में रहते हुए, भिन्न-भिन्न काल खंडों में जन्म लेते हुए, भिन्न-भिन्न शिक्षा पद्धति में अभ्यास के बावजूद तीनों का लक्ष्य मानव, मानवता और मानव समाज का उत्थान ही था।
मानव जाति की मुक्ति का आंदोलन चला रहे थे आंबेडकर
- विचार
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- 14 Apr, 2022

आज आंबेडकर जयंती है। उन्हें आज क्यों याद किया जाना चाहिए। इसलिए कि भगवान बुद्ध, सतगुरु रविदास और बाबा साहब आंबेडकर के विचारों में काफ़ी समानता है। वे वास्तविकता में मानव जाति की मुक्ति का आंदोलन चला रहे थे। अगर हम इनको सच्ची आदरांजलि देना चाहते हैं तो हमें इनके विचारों को मानव की मुक्ति के लिए प्रयोग करना चाहिए न कि उनकी भक्ति के लिए।
प्रो. विवेक कुमार नयी दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में समाज विज्ञान के प्रोफ़ेसर हैं।