भारत में #MeToo अभियान शुरू होने के बाद कई नामी-गिरामी हस्तियो के नाम सामने आए हैं, कई लोग बेनक़ाब हुए हैं। साहित्य, कला, राजनीति, खेल-कूद कोई क्षेत्र अछूता नहीं है। पर सबसे अधिक चर्चा बॉलीवुड की है। यहां मानो भूचाल आ गया है। नए-नए नाम सामने आ रहे हैं। इनमें अभिनेता, निर्माता, निर्देशक, गायक, संगीतकार, सभी तरह के लोग शामिल हैं।
नाना पाटेकर
#MeToo मूवमेंट में सबसे पहले ऐक्टर नाना पाटेकर का नाम आया। ऐक्ट्रेस तनुश्री दत्ता ने नाना पर 2008 में 'हॉर्न ओके प्लीज' की शूटिंग के दौरान छेड़छाड़ और बदतमीजी करने का आरोप लगाया था। नाना पाटेकर ने कहा है कि उन पर लगाए गए सभी आरोप झूठे हैं और यह उन्हें बदनाम करने की साजिश है। उन्होंने कहा कि इस मामले में तनुश्री के ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्रवाई करेंगे।साज़िद ख़ान
फ़िल्म निर्माता साज़िद ख़ान पर उनकी पूर्व सहयोगी सलोनी चोपड़ा ने उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। सलोनी ने कहा कि साज़िद उनसे अश्लील फोटो मांगते थे और गंदी बातें करते थे। 'बिग बॉस' फेम मंदना करीमी ने भी साज़िद ख़ान पर उत्पीड़न का आरोप लगाया था। एक अन्य महिला ने भी साज़िद के ख़िलाफ़ आरोप लगाए थे।आलोक नाथ
आलोक नाथ पर सबसे पहले लेखिका विनता नंदा ने दुष्कर्म का आरोप लगाया था। इसके बाद संध्या मृदुल समेत 4 महिलाओं ने उन पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। हालांकि आलोक नाथ ने खुद पर लगे आरोपों को झूठा बताया है। आलोक नाथ को इंडस्ट्री में संस्कारी अभिनेता के नाम से जाना जाता है। विनता ने जब उनका नाम लिया तो लोगों को काफ़ी हैरत हुई।अभिजीत भट्टाचार्य
गायक अभिजीत भट्टाचार्य पर एक फ्लाइट अटेंडेंट ने छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया था। महिला ने कहा था, ये घटना 20 साल पहले कोलकाता के एक 'पब' में हुई थी। अभिजीत ने उन्हें 'किस' करने की कोशिश की थी। अभिजीत ने आरोपों का जवाब देते हुए कहा था कि #MeToo कैंपेन में सामने आ रही कहानियां झूठी हैं।चेतन भगत
मशहूर लेखक चेतन भगत पर दो महिला पत्रकारों ने यौन शोषण के आरोप लगाए हैं। शीना नाम की एक महिला ने 6 अक्टूबर को अपने ट्विटर अकाउंट पर चेतन के साथ व्हाट्सऐप पर हुई बातचीत का स्क्रीनशॉट शेयर किया है। जिसके बाद चेतन ने फेसबुक पर एक पोस्ट लिखकर अपनी पत्नी अनुषा और उस महिला से माफी मांगी।विकास बहल
इसमें नया नाम सामने आया फ़िल्म निर्देशक विकास बहल का। महिला का आरोप है कि फ़िल्म 'बॉम्बे वेलवेट' के प्रमोशनल टूर के दौरान विकास बहल ने उनसे छेड़छाड़ की थी। महिला के अनुसार, उन्होंने तब इस बात की शिकायत फैंटम फिल्म्स के अनुराग कश्यप से भी की थी। तब मामले पर कार्रवाई नहीं हुई। लेकिन अब अनुराग कश्यप ने इस पर महिला से माफ़ी मांगी है।रजत कपूर
एक्टर रजत कपूर पर भी एक महिला पत्रकार ने गलत व्यवहार करने के आरोप लगाए। पत्रकार ने आरोप लगाया था कि एक इंटरव्यू के दौरान रजत ने उनसे ग़लत तरीके से सवाल-जवाब किए थे। मामला सामने आते ही रजत ने सार्वजनिक रूप से माफ़ी मांग ली।कैलाश खेर
पत्रकार नताशा हेमरजानी ने ट्विटर पर दो घटनाओं का जिक्र कर सिंगर कैलाश खेर और मॉडल जुल्फ़ी सैयद पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। आरोपों के बाद कैलाश ने माफ़ी मांगी थी। कैलाश ने कहा कि यदि किसी कोई बात गलत लगी है या किसी को ग़लतफ़हमी हुई है तो मैं माफ़ी चाहता हूं। खेर पर सोना मोहापात्रा ने भी आरोप लगाए हैं।उत्सव, तन्मय, गुरसिमरन
AIB की टीम के सदस्य उत्सव चक्रवर्ती पर एक महिला ने छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। इस मामले के तूल पकड़ते ही AIB ने उत्सव और तन्मय को टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया। टीम के सदस्य गुरसिमरन खंबा पर भी एक महिला ने उत्पीड़न का आरोप लगाया। AIB ने गुरसिमरन खंबा को छुट्टी पर भेज दिया।पीयूष मिश्रा
एक्टर और लेखक पीयूष मिश्रा पर भी खराब व्यवहार के आरोप लगे हैं। एक महिला पत्रकार केतकी जोशी ने आरोप लगाया कि पीयूष मिश्रा ने नशे की हालत में उनके साथ ग़लत व्यवहार किया। सफ़ाई देते हुए पीयूष ने कहा, ‘मुझे ये घटना याद नहीं है, क्योंकि मैं नशे में था, लेकिन फिर भी अगर मेरी किसी हरकत से किसी को परेशानी हुई हो तो मैं उसके लिए माफ़ी मांगता हूं।’सुभाष घई
फ़िल्म निर्माता सुभाष घई पर एक महिला ने बलात्कार का आरोप लगाया था। उत्सव चक्रवर्ती पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली महिमा कुकरेजा ने पीड़िता के साथ हुई बातचीत के स्क्रीन शॉट ट्विटर पर शेयर किए हैं। इसके अलावा मॉडल केट शर्मा ने भी घई पर शोषण करने के आरोप लगाए हैं। इस पर घई ने कहा कि यह बहुत ख़राब है कि बिना किसी सच्चाई के पुरानी कहानियों को लाकर किसी व्यक्ति को ग़लत बताना फैशन बनता जा रहा है। मैं ऐसे सभी आरोपों को ख़ारिज करता हूं।गौरांग दोषी
एक्ट्रेस फ्लोरा सैनी ने फ़िल्म निर्माता गौरांग दोषी पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया। फ़ेसबुक पर की गई पोस्ट में फ़्लोरा ने कहा कि साल 2007 में डेटिंग के दौरान गौरांग ने मेरे साथ मारपीट की और उन्हें इंडस्ट्री में कभी भी काम नहीं मिलने देने की धमकी भी दी थी। फ़्लोरा ने लिखा कि मुझे फिल्मों से हटा दिया गया। लोग न तो मुझसे मिलना चाहते थे और न ही मेरा ऑडिशन लेना चाहते थे।अनु मलिक
अनु मलिक पर अब तक चार महिलाएं यौन शोषण का आरोप लगा चुकी हैं। इनमें गायिका श्वेता पंडित, सोना महापात्रा और दो अन्य महिलाएं शामिल हैं। सोना ने अनु मलिक पर ग़लत भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया था और श्वेता पंडित का आरोप था कि अनु ने उनसे काम देने के बदले किस देने की मांग की थी। हालांकि अनु मलिक के वकील ने इन सभी आरोपों से इनकार किया है।सुहेल सेठ
अंग्रेजी अख़बार इंडियन एक्सप्रेस की पूर्व पत्रकार मंदाकिनी गहलोत ने सुहेल सेठ पर आरोप लगाया है कि साल 2011 में गोवा में सुहेल ने उनके गाल पर किस कर लिया। इसी तरह महिला पत्रकार अनीशा शर्मा ने भी सुहेल सेठ पर दुर्व्यवहार के आरोप लगाए हैं। सुहेल सेठ पर फिल्म निर्माता नताशा राठौर ने भी यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है।भूषण कुमार
#MeToo में नया नाम फ़िल्म निर्माता भूषण कुमार का है। एक अज्ञात महिला ने आरोप लगाया है कि कुमार ने उन्हें फ़िल्मों में काम देने के बदले सेक्स की माँग की थी। इनकार करने पर फ़िल्म से बाहर कर दिया गया। महिला ने लिखा है कि अपनी सुरक्षा के लिए वह अनजान टि्वटर अकाउंट से अपनी बात कह रही हैं। आरोपों पर भूषण ने कहा है कि #MeToo में उनका नाम घसीटे जाने से वह नाराज़ हैं और सभी आरोप बेबुनियाद हैं।विपुल शाह
फ़िल्म निर्देशक विपुल शाह पर अभिनेत्री एलनाज़ नौरोजी ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। ऐक्ट्रेस ने कहा है कि, ‘विपुल मुझे बार-बार अपने ऑफिस बुलाते थे। वह हमेशा मुझे ग़लत तरीके से छूने और किस करने की कोशिश करते थे। एल्नाज ने कहा कि विपुल उन्हें फिल्म 'नमस्ते इंग्लैंड' में लेने वाले थे। लेकिन उनकी शर्तें न मानने के कारण उन्हें यह फ़िल्म नहीं मिली।विवेक अग्निहोत्री
तनुश्री दत्ता ने नाना पाटेकर के बाद फ़िल्म निर्देशक विवेक अग्निहोत्री पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने आरोप लगाया था कि चॉकलेट मूवी के सेट पर विवेक ने उनसे कपड़े उतारकर डांस करने को कहा था। इस विवाद पर विवेक अग्निहोत्री ने तनुश्री को नोटिस भी भेजा है।#MeToo कैंपेन में आवाज़ उठाने वाली महिलाओं को लीगल नोटिस भेजने से लेकर कोर्ट तक में देखने की धमकियां मिल रही हैं। नाना पाटेकर के ख़िलाफ़ तनुश्री दत्ता ने जो मुहिम शुरू की, उसके बाद बड़ी संख्या में महिलाओं ने आगे आकर शोषण के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई है। लेकिन जिस प्रकार से देश में इसे समर्थन मिल रहा है, उससे यह बात साफ है कि समय अब बदलाव और चुप्पी को तोड़ने का है और महिलाएं इसके लिए तैयार हैं।
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