भारतीय कंपनी वेदांता और ताइवान की इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी फॉक्सकॉन के सेमीकंडक्टर प्लांट को महाराष्ट्र से गुजरात शिफ्ट किए जाने के एलान पर महाराष्ट्र में राजनीति गर्म हो गई है। जैसे ही वेदांता ग्रुप के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने एलान किया कि हम सेमीकंडक्टर प्लांट गुजरात में लगाने जा रहे हैं, वैसे ही विपक्षी दलों ने सरकार पर हमला बोल दिया।
शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी ने एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इशारे पर इस सेमीकंडक्टर प्लांट को महाराष्ट्र से गुजरात शिफ्ट किया गया है। यह सेमीकंडक्टर प्लांट 1.54 लाख करोड़ रुपए की लागत का है।
हालांकि अनिल अग्रवाल ने कहा है कि वह एक और दूसरा सेमीकंडक्टर प्लांट लगाने पर विचार कर रहे हैं जिसके लिए महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश उनकी पहली पसंद हैं।
ठाकरे सरकार में मंत्री रहे और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने महाराष्ट्र सरकार पर साजिश करने का आरोप लगाया है। आदित्य ठाकरे ने कहा कि वेदांता और फॉक्सकॉन कंपनी के साथ हमारी सरकार ने लगभग 100 से भी ज्यादा बैठकें की थीं जिस पर डील लगभग फाइनल हो गई थी।
लेकिन महाराष्ट्र की ‘खोखा सरकार’ इस डील को फाइनल नहीं करा सकी। आदित्य ठाकरे ने मौजूदा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार के मंत्री और विधायक पिस्तौल चलाकर गुंडागर्दी कर रहे हैं। अगर सरकार इस इंडस्ट्री को महाराष्ट्र में लाने के लिए वेदांता और फॉक्सकॉन कंपनी के संपर्क में रहती तो आज यह प्लांट महाराष्ट्र में बन रहा होता।
आदित्य ठाकरे ने कहा कि वेदांता और फॉक्सकॉन के इस प्लांट से ना केवल महाराष्ट्र के लोगों को रोजगार मिलता बल्कि देश में भी महाराष्ट्र का नाम आगे होता।
ठाकरे ने कहा कि उन्हें इस बात का दुख नहीं है कि सेमीकंडक्टर का यह प्लांट महाराष्ट्र में नहीं लगा लेकिन उन्हें इस बात का आश्चर्य है कि जब वह महा विकास आघाडी सरकार में मंत्री थे तो खुद उन्होंने एमआईडीसी के साथ मिलकर वेदांता और फॉक्सकॉन कंपनी के साथ कई मीटिंग की थीं और प्लांट को महाराष्ट्र में लगाने के लिए डील लगभग फाइनल हो गई थी। लेकिन नई सरकार के आते ही अचानक क्या बदल गया, यह सभी को अचंभित कर रहा है।
महाराष्ट्र के साथ धोखा
सेमीकंडक्टर प्लांट को महाराष्ट्र से गुजरात शिफ्ट करने पर एनसीपी नेता अजित पवार ने इसे महाराष्ट्र के साथ धोखा करार दिया है। अजित पवार ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह दोनों नेता महाराष्ट्र में राजनीति करने के बजाए इस बात पर ध्यान देते तो आज सेमीकंडक्टर का यह प्लांट महाराष्ट्र में लग रहा होता।
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महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने भी इस प्लांट के महाराष्ट्र से गुजरात शिफ्ट होने पर मौजूदा सरकार को कोसते हुए कहा है कि एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस की सरकार अगर समय होते हुए जाग जाती तो आज महाराष्ट्र को इस तरह से बेइज्जत नहीं होना पड़ता। पटोले ने कहा कि 1.54 लाख करोड़ का यह सेमीकंडक्टर प्लांट अगर महाराष्ट्र में बन रहा होता तो महाराष्ट्र के 2 लाख लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा हो जाते।
पटोले ने उद्योग मंत्री उदय सामंत पर हमला करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री कार्यालय ने 26 जुलाई को ट्वीट करके कहा था कि प्लांट महाराष्ट्र में लगेगा लेकिन अचानक ऐसा क्या हो गया कि वेदांता और फॉक्सकॉन कंपनी ने प्लांट को महाराष्ट्र से गुजरात शिफ्ट करने का फैसला कर लिया।
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कंपनी का निजी फैसला: बीजेपी
इस मामले में बीजेपी की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। महाराष्ट्र बीजेपी नेता और प्रवक्ता अजित चव्हाण का कहना है कि प्लांट को महाराष्ट्र से गुजरात शिफ़्ट करने का फैसला वेदांता और फॉक्सकॉन कंपनी का निजी फैसला है। चव्हाण का कहना है कि इस प्लांट को लगाने के लिए वेदांता और फॉक्सकॉन कंपनी को गुजरात सरकार ने सब्सिडी के तौर पर 2800 करोड़ रुपए देने का फैसला किया था जबकि महाराष्ट्र की सरकार ने 3900 करोड़ की सब्सिडी देने की बात कही थी। लेकिन कम सब्सिडी मिलने के बावजूद कंपनी ने महाराष्ट्र की बजाए गुजरात में सेमीकंडक्टर का प्लांट लगाने का फैसला किया।
चव्हाण का कहना है कि हम कंपनी के इस फैसले का सम्मान करते हैं।
बता दें कि वेदांता फॉक्सकॉन कंपनी ज्वाइंट वेंचर के जरिए गुजरात के अहमदाबाद जिले में 1000 एकड़ की जगह में इस सेमीकंडक्टर प्लांट को लगाएगी। इसमें सेमीकंडक्टर असेंबलिंग और टेस्टिंग यूनिट प्रमुख है। इस ज्वाइंट वेंचर में वेदांता की हिस्सेदारी 60 फ़ीसदी होगी जबकि 40 फ़ीसदी हिस्सेदारी ताइवान की कंपनी फॉक्सकॉन की होगी।
इस सेमीकंडक्टर प्लांट पर हुई राजनीति के बाद अब कंपनी की तरफ से भी बयान सामने आया है। वेदांता ग्रुप के चेयरमैन अनिल अग्रवाल का कहना है कि हमारी कंपनी ने भले ही सेमीकंडक्टर प्लांट के लिए गुजरात को चुना हो लेकिन अभी भी महाराष्ट्र की उम्मीदें जिंदा हैं। अग्रवाल का कहना है कि हम दूसरा सेमीकंडक्टर प्लांट लगाने की तैयारी में हैं जिसमें महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश हमारी प्रमुख प्राथमिकता के तौर पर हैं।
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