महाराष्ट्र में गठबंधन सरकार में अनबन अब शुरू हो गई है। शिवसेना के स्थापना दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बयान के बाद से शिवसेना और कांग्रेस में खटास और बढ़ गयी है। मुख्यमंत्री के बयान के बाद शिवसेना और कांग्रेस के बीच दरार की खाई और गहरी होती नजर आ रही है।
ठाकरे ने शिवसेना कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि अगर महाराष्ट्र में गठबंधन की कोई भी पार्टी अकेले चुनाव मैदान में जाएगी तो जनता उसे चप्पलों से मारेगी। अब वही बात संजय राउत ने भी दोहराई है।
क्या कहा कांग्रेस ने?
शिवसेना का कांग्रेस पर ये जुबानी हमला महाराष्ट्र कॉंग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले के बार बार अकेले चुनाव लड़ने की वकालत करने पर सामने आया है। उधर उद्धव ठाकरे के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा है कि इसका फ़ैसला तो जनता करेगी।
दरअसल शिवसेना अध्यक्ष और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पार्टी के 55वें स्थापना दिवस पर किसी भी पार्टी का नाम लिए बगैर कांग्रेस पर तीखा हमला किया। उद्धव ने कहा कि अगर गठबंधन की कोई भी पार्टी अकेले चुनाव लड़ने की बात करेगा तो लोग उसे जूतों से मारेंगे।
हाल ही में महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने महाराष्ट्र में अगले सभी चुनाव अकेले लड़ने की बात कही थी।
पटोले ने उद्धव ठाकरे के बयान पर कहा कि यह तो जनता तय करेगी कि चप्पलों की मार किसे पड़ेगी। ठाकरे ने अपने भाषण में हिंदुत्व और मराठी अस्मिता की भी बात की।
बयान पर अड़ी है शिवसेना
इधर शिवसेना सांसद संजय राउत ने भी उद्धव ठाकरे की हां में हां मिलाते हुए कहा कि उद्धव जी ने जो बोला है उसमें कुछ भी ग़लत नहीं है। राउत ने कहा कि अगर कोरोना के समय में भी राजनीति करेंगे तो लोग हम सभी को चप्पल से ही मारेंगे।
कांग्रेस के अकेले चुनाव लड़ने पर राउत ने कहा कि कुछ लोग अपने बल पर चुनाव लड़ने की बात कर रहे हैं। यहाँ कोरोना काल में स्थिति खराब है, लोगों का रोजगार जा रहा है, रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है और ऐसे में अगर कोई अकेले चुनाव लड़ने की बात करेगा तो लोग जूतों से ही मारेंगे।
पार्टी की प्राथमिकता
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शिवसेना के स्थापना दिवस पर अपने संबोधन में हिंदुत्व और मराठी अस्मिता को पार्टी की पहली प्राथमिकता बताया है। ठाकरे ने सत्ता में सहयोगी कांग्रेस के अलावा विरोधी दल बीजेपी पर भी निशाना साधा। उद्धव ने कहा कि वे और उनकी पार्टी सत्ता के लालची नहीं हैं। ठाकरे ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की जमकर सराहना की।
इसके साथ ही उद्धव ठाकरे ने कुछ दिन पहले शिवसेना भवन के सामने बीजेपी और शिवसेना के कार्यकर्ताओं की हुई झड़प के बारे में भी कहा कि शिवसेना की छवि लड़ाई झगड़े वाली छवि नहीं रही है अगर कोई मराठी अस्मिता पर हमला करता है तो उसको कड़ा जवाब दिया जाएगा। इस मौके पर उन्होंने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की भी तारीफ की।
उद्धव ठाकरे ने देवेंद्र फडणवीस का नाम लिए बिना कहा कि महा विकास अघाडी बनने के बाद कुछ लोगों के पेट में दर्द हो रहा है, लेकिन मैं डॉक्टर नहीं हूँ। उन्हें वक्त आने पर राजनीतिक दवा दी जाएगी। सत्ता न मिलने पर कई लोग छटपटा रहे हैं। कुछ लोग हमसे सवाल पूछ रहे हैं कि हमने एक साल में क्या किया, तो मेरा उनको सिर्फ यही जवाब है कि वो काम देख लें।
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