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उद्धव ठाकरे का सीएम पद से इस्तीफा, विधान परिषद भी छोड़ी

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। जिस तरह से सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र में फ्लोर टेस्ट पर रोक लगाने से इंकार कर दिया था उसके बाद उद्धव ठाकरे के सामने ज़्यादा विकल्प नहीं बचे थे। उद्धव ठाकरे ने इसके साथ ही अपनी विधान परिषद की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है। ऐसे में महाराष्ट्र में अब बीजेपी की सरकार बनाने का रास्ता साफ़ हो गया है।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने फ़ेसबुक लाइव के ज़रिए महाराष्ट्र की जनता को संबोधित किया। उन्होंने कहा, ‘आज मंत्रिमंडल की बैठक हुई जिसमें मुझे खुशी हुई कि जिस औरंगाबाद शहर का नाम संभाजीनगर करने का सपना बाला साहब ठाकरे का था आज उसको महाराष्ट्र की सरकार ने पूरा किया है। पिछले ढाई साल में मेरी सरकार ने बहुत काम किया है। आज मैं विशेष तौर पर एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार और सोनिया गांधी जी का धन्यवाद करता हूं।’

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उन्होंने कहा, ‘जब आज कैबिनेट की मीटिंग थी तो उसमें शिवसेना के सिर्फ़ चार मंत्री ही दिखाई दिए। जिसमें मैं, आदित्य ठाकरे, सुभाष देसाई और अनिल परब थे। बाक़ी दूसरे मंत्री कहाँ गए आपको पता है। शिवसेना को 56 साल पूरे हो गए हैं। मैं छोटी सी उम्र से ही शिवसेना को देखते आया हूँ। शिवसेना को छोटे-छोटे कार्यकर्ताओं ने मेहनत करके बनाया है। जो लोग बड़े हो गए वे लोग शिवसेना को भूल कर चले गए।’

उद्धव ठाकरे ने इस फ़ेसबुक लाइव में यह भी कहा कि जिन लोगों को मैंने बहुत कुछ दिया आज वे मुझसे नाराज हैं और जिन लोगों को मैंने कभी कुछ नहीं दिया आज मुझे प्यार कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘आज सुप्रीम कोर्ट ने जो आदेश दिया है मैं उसका सम्मान करता हूं। कल सुबह राज्यपाल महोदय ने जो फ्लोर टेस्ट करने का आदेश दिया है मैं उसका सम्मान करता हूं। मैं राज्यपाल महोदय का धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने सिर्फ चिट्ठी लेने के कुछ बाद ही फ्लोर टेस्ट करवाने का आदेश दे दिया।’

उद्धव ठाकरे ने आगे कहा कि राज्यपाल महोदय के पास ढाई साल से 12 एमएलसी बनाने के लिए लोगों के नाम दिए हैं लेकिन आपने उस पर कुछ नहीं किया और एक चिट्ठी मिलते ही आपने फ्लोर टेस्ट कराने का आदेश दे दिया। शिवसेना प्रमुख ने कहा, 

एनसीपी और कांग्रेस के नेताओं ने मुझे कहा कि अगर आपकी पार्टी के विधायक हमारे ऊपर नाराज हैं तो हम सरकार से निकल जाते हैं। आप उनसे सीधे बात करिए। आपको ऐसा क्यों लगता है कि मैंने हिंदुत्व को छोड़ दिया है। अगर आप मुझसे आकर बात करते तो मैं इसका समाधान निकालता।


उद्धव ठाकरे, शिवसेना प्रमुख

ठाकरे ने कहा, ‘मैं आपकी भावना का अभी भी सम्मान करता हूँ। मैंने हमेशा आपको अपना माना और विधायक बनाया। मुझे पता लगा है कि महाराष्ट्र और मुंबई में आपको केंद्रीय सुरक्षा बल सुरक्षा के लिए तैनात किया गया है। मुझे यह बताते हुए शर्म आ रही है कि जिन शिवसैनिकों ने जीतने के बाद गुलाल उड़ाया था वह आज भारी बंदोबस्त के बाद मुंबई में आ रहे हैं।’

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उद्धव ठाकरे ने आगे कहा कि मुझे पता है कि कल जो फ्लोर टेस्ट होगा उसका कोई मतलब नहीं है। मैं आपकी इच्छा का आज भी सम्मान करता हूं। …जिस शिवसेना ने आप को बड़ा किया आज उसी शिवसेना के बेटे को आप मुख्यमंत्री की कुर्सी से नीचे उतार रहे हैं। कल आप जनता के सामने जाना और उनको बताना कि हमें बाला साहब ठाकरे की शिवसेना ने इतना बड़ा बनाया और हमने उनके बेटे को मुख्यमंत्री की कुर्सी से नीचे उतार दिया।’

ठाकरे ने कहा, ‘मैं कुर्सी से चिपकने वाला आदमी नहीं हूं और मुझे मुख्यमंत्री पद छोड़ने का दुख भी नहीं है। जिस दिन आप मुंबई से बाहर चले गए थे उसी दिन मैंने वर्षा बंगले को छोड़ दिया था और आज मैं मुख्यमंत्री पद भी छोड़ रहा हूं। मैं नहीं चाहता हूं कि जैसे ही आप मुंबई आएं तो मेरे सच्चे शिवसैनिक सड़क पर उतरें और खून बहाएँ। इसलिए मैं इन सभी से बचने के लिए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे रहा हूं। मुझे आप सभी शिवसैनिकों का आशीर्वाद चाहिए।’

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सोमदत्त शर्मा
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