महाराष्ट्र में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट के बढ़ने के बाद मुंबई पुलिस ने मुंबई शहर में धारा 144 लगाई थी। लेकिन शनिवार को जहां एमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने एक सभा की थी वहीं रविवार को एक जाने माने सिंगर के कंसर्ट में हज़ारों की भीड़ उमड़ी। इसके बाद अब मुंबई पुलिस के कामकाज पर सवाल उठ रहे हैं। महाराष्ट्र सरकार में विपक्ष में बैठी बीजेपी ने मुंबई पुलिस पर सवाल उठाते हुए कहा है कि जब शहर में धारा 144 लागू थी तो फिर राजनीतिक और फ़िल्मी कार्यक्रमों को कैसे इजाज़त दी गयी।
मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन ने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। देश में ओमिक्रॉन वैरिएंट के सबसे ज़्यादा केस महाराष्ट्र में मिले हैं। इसी को देखते हुए मुंबई पुलिस ने शहर में शनिवार और रविवार को 48 घंटे के लिए धारा 144 लगाने का ऐलान किया था। लेकिन शनिवार और रविवार को राजनीतिक और फ़िल्म जगत के लोग ही धारा 144 की धज्जियाँ उड़ाते हुए देखे गए। रविवार को मशहूर सिंगर और रैपर एपी ढिल्लों के कंसर्ट में हजारों की भीड़ देखी गयी।
वैसे, मुंबई पुलिस को इस कंसर्ट के बारे में पहले ही जानकारी थी और नियम के हिसाब से ही तय लोगों के साथ आयोजकों को कंसर्ट करना था, लेकिन तय समय सीमा से ज़्यादा लोगों को बुलाकर आयोजकों ने कोविड-19 प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया। इसके बाद पुलिस ने आयोजकों के ख़िलाफ़ एपिडेमिक एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। आयोजकों का कहना है कि उन्होंने तय सभी नियमों का पालन करते हुए इस कंसर्ट का आयोजन किया था।
आयोजकों ने ‘सत्य हिंदी’ से बातचीत में कहा कि कार्यक्रम करने की बहुत समय पहले ही इजाजत ले ली गयी थी और उसके अनुसार ही इसे आयोजित किया जाना था लेकिन मुंबई पुलिस ने अचानक शनिवार और रविवार को धारा 144 लागू कर दी। फिर भी इस कंसर्ट के दौरान कोरोना के नियमों का पूरी तरह से पालन किया गया था। जबकि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो से ऐसा नहीं लग रहा है कि इस कंसर्ट में शामिल हुए लोग कोरोना के नियमों का पालन कर रहे थे।
एक पांच सितारा होटल में आयोजित किए गए इस कंसर्ट में फ़िल्म इंडस्ट्री के भी कई लोग शामिल हुए थे। इनमें बॉलीवुड से जुड़े हुए लोग भी बताए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि इस कंसर्ट में बॉलीवुड एक्ट्रेस सारा अली खान, जाह्नवी कपूर और इब्राहिम अली ख़ान भी शामिल हुए थे जिनकी तसवीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं।
मुंबई पुलिस की कार्यशैली पर महाराष्ट्र में विपक्ष में बैठी बीजेपी ने सवाल उठाए हैं।
महाराष्ट्र बीजेपी के नेता डॉक्टर संजय पांडे का कहना है कि ‘महाविकास आघाडी सरकार द्वारा मुम्बई में धारा 144 सिर्फ़ मुंबई के ग़रीबों को परेशान करने के लिए ही लगाई गई थी जबकि अमीर और वीआईपी लोग इसका जमकर दुरुपयोग कर रहे थे। इससे ऐसा लगता है कि मुंबई में क़ानून व्यवस्था सिर्फ एक ढकोसला बनकर ही रह गई है।’
बता दें कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को यह साफ़ करते हुए कहा था कि ओमिक्रॉन वैरिएंट काफ़ी तेज़ी से दूसरे देशों में फैल रहा है और अब तक दुनिया भर के 59 देश इसकी चपेट में आ चुके हैं। यहाँ तक कि विश्व स्वास्थ्य संगठन भी यह कह चुका है कि कोरोना की वैक्सीन इस संक्रमण पर असरदार नहीं है। इसके बाद चिंता की लकीरें एक बार फिर से दिखने लगी हैं। महाराष्ट्र में अभी तक ओमिक्रॉन वैरिएंट से 17 लोग संक्रमित हो चुके हैं जिसमें से 8 लोग अब तक ठीक हो चुके हैं। हालाँकि महाराष्ट्र सरकार ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर काफ़ी सतर्कता बरत रही है और अगले कुछ दिनों में पूरे महाराष्ट्र में कड़े प्रतिबंध लागू करने पर विचार कर रही है।
इससे पहले महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा था कि ओमिक्रॉन को लेकर फ़िलहाल घबराने की ज़रूरत नहीं है। इसके साथ ही टोपे ने लोगों से और सावधानी बरतने की अपील की है। टोपे का कहना है कि महाराष्ट्र सरकार ने तीसरी लहर से बचने के लिए अपनी तैयारी शुरू कर दी है, और अगले कुछ दिनों में थोड़ी सख्ती भी बढ़ाई जाएगी ताकि तीसरी लहर से बचा जा सके। टोपे ने राज्य के लोगों से अपील की है कि ज़रूरी न होने पर घरों से बाहर नहीं निकलें एवं बेवजह की यात्रा करने से बचें।
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