महाराष्ट्र में मराठा आंदोलन फिर से राज्य की कानून व्यवस्था के लिए दिक्कत खड़ी कर सकता है। एक तरफ युवक खुदकुशियां कर रहे हैं और दूसरी तरफ मराठा आंदोलन के नेताओं ने 25 अक्टूबर से फिर से आंदोलन शुरू करने की घोषणा की है। दरअसल, मराठा आरक्षण आंदोलन के नेताओं ने खुद 25 अक्टूबर की डेडलाइन तय करते हुए राज्य सरकार को मराठा कोटा लागू करने को कहा था। शिंदे सरकार वादा करती है लेकिन लागू नहीं करती है। अब युवकों की आत्महत्याओं ने आग में घी डालने का काम किया है।